यूपी में नया गोरखपुर के लिए जमीन अधिग्रहण तेज

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में नया गोरखपुर परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तेज हो गई है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने समझौते के आधार पर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और साथ ही अनिवार्य भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई भी जारी है। यह प्रक्रिया अगले छह से सात महीनों में पूरी होने की संभावना है।

भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया और मुआवजा वितरण

खबर के अनुसार अब तक बालापार और मानीराम राजस्व ग्राम में 175 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है। इसके साथ ही, गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर स्थित चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के माड़ापार में 151.261 हेक्टेयर, सदर तहसील क्षेत्र के तकिया मेदनीपुर में 44.706 हेक्टेयर और कोनी क्षेत्र में 56.482 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जाएगी।

इस भूमि अधिग्रहण के साथ-साथ प्रभावित किसानों और भूमि मालिकों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने मुआवजे की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और हर प्रभावित परिवार को उनका अधिकार देने के लिए विशेष ध्यान दिया है। इसके तहत सभी प्रभावितों को मुआवजा देने के साथ ही, भूमि मालिकों की समस्या का समाधान किया जाएगा।

25 गांवों का भूमि अधिग्रहण

इस भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में 25 गांव शामिल हैं। इन गांवों के प्रभावित लोग मुआवजा प्राप्त करेंगे, और उन्हें भूमि अधिग्रहण के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रशासन ने भूमि मालिकों के हक में फैसले लेने के लिए पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखा है।

नए गोरखपुर के लिए उम्मीदें

नया गोरखपुर शहर के विकास को लेकर उम्मीदें बहुत अधिक हैं। इस परियोजना के तहत न केवल शहर का बुनियादी ढांचा विकसित होगा, बल्कि इसके आसपास के क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया की सफलता गोरखपुर को एक नया रूप देने में मदद करेगा।

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