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यूपी से बनें सबसे ज्यादा IAS, देखें राज्यों की लिस्ट?

लखनऊ: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में 180 चयनित आईएएस अभ्यर्थियों में से सबसे अधिक 27 अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश (यूपी) से हैं, जिससे यूपी इस बार भी आईएएस अफसर देने के मामले में सबसे ऊपर है। हालांकि, पिछले साल की तुलना में यूपी से आईएएस बनने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में 6 का गिरावट आई है, क्योंकि 2022 में 33 अभ्यर्थी आईएएस बने थे, जो यूपी के थें।

वहीं, राजस्थान, जो 2023 में 23 आईएएस अफसरों के साथ दूसरे स्थान पर है, का प्रदर्शन सुधरा है। 2022 में राजस्थान से 22 अभ्यर्थी चयनित हुए थे, जबकि इस बार 23 हैं। बिहार से 11, मध्य प्रदेश से 7, महाराष्ट्र से 18, और दिल्ली से 19 अभ्यर्थी भी आईएएस बने हैं।

आपको बता दें की साल 2023 के टॉपर्स में आदित्य श्रीवास्तव पहले स्थान पर हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश का होम कैडर मिला है। सेकेंड टॉपर अनिमेष प्रधान को ओडिशा कैडर, और थर्ड टॉपर अनन्या रेड्डी को महाराष्ट्र कैडर मिला है। इसतरह से आईएएस अफसर को कैडर दिया गया हैं। 

यूपी से बनें सबसे ज्यादा IAS, देखें राज्यों की लिस्ट?

उत्तर प्रदेश (UP) – 27 अभ्यर्थी (इसमें से 17 नए)

राजस्थान (Rajasthan) – 23 अभ्यर्थी (इसमें से 13 नए)

बिहार (Bihar) – 11 अभ्यर्थी (इसमें से 11 नए)

मध्य प्रदेश (MP) – 7 अभ्यर्थी (इसमें से 9 नए)

महाराष्ट्र (Maharashtra) – 18 अभ्यर्थी (इसमें से 8 नए)

दिल्ली (Delhi) – 19 अभ्यर्थी (इसमें से नए का विवरण नहीं है)

4 चीजों से लिंग की क्षतिग्रस्त नसों का इलाज!

हेल्थ डेस्क: आयुर्वेद में लिंग की क्षतिग्रस्त नसों (Nerve damage or injuries) का इलाज विशिष्ट जड़ी-बूटियों, पंचकर्म और आहार-वीहार से किया जाता है। यदि लिंग की नसों में किसी प्रकार की क्षति, जलन, सुन्नता, सिकुड़न, ढीलापन या दर्द है, तो इसे आयुर्वेद से ठीक कर सकते हैं। 

4 चीजों से लिंग की क्षतिग्रस्त नसों का इलाज!

1 .शतावरी (Asparagus racemosus): शतावरी को पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। यह नसों की मरम्मत में मदद करता है और शारीरिक कमजोरी को दूर करता है। इसके सेवन से लिंग का सिकुड़न, ढीलापन दूर किया जा सकता हैं।

2 .आश्वगंधा (Withania somnifera): यह जड़ी-बूटी शारीरिक ताकत बढ़ाने और नसों को मजबूत करने में मदद करती है। यह तंत्रिका तंतुओं को पुनः सक्रिय करती है और नसों की क्षति से संबंधित समस्याओं में उपयोगी है। इससे लिंग की नसों में ताकत बढ़ जाती हैं।

3 .ब्राह्मी (Bacopa monnieri): यह मानसिक शांति के साथ-साथ नसों के सुधार में मदद करती है। यह तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती है और शरीर को रिलैक्स भी करती है। इससे लिंग की क्षतिग्रस्त नसों को ठीक किया जा सकता हैं। यह सेहत के लिए भी लाभकारी हैं।

4 .नागकेसर (Mesua ferrea): यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है और तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद है। इसके सेवन से लिंग की क्षतिग्रस्त नसों को ठीक कर सकते हैं और यौन हेल्थ को भी बेहतर बना सकते हैं।

यूपी में घर बनाने जा रहे हैं तो जान लें यह नियम

लखनऊ: यूपी के लखनऊ में यदि आप घर बनाने जा रहे हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ में अब घर बनाने वालों के लिए सोलर सिस्टम लगाना अनिवार्य किया जाएगा। लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी (LDA) बोर्ड की बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव रखा गया है। 

खबर के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति लखनऊ में अपने घर का निर्माण करना चाहता है, तो उसे सोलर पैनल लगाने का शपथ पत्र देना होगा, तभी उसका नक्शा पास किया जाएगा। इस निर्णय के तहत, सोलर सिस्टम को अनिवार्य बनाने के लिए बाइलॉज (नियमों) में संशोधन किए जाएंगे।

बता दें की इस कदम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ऊर्जा बचत को बढ़ावा देना है, और यह लखनऊ शहर में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है। नई व्यवस्था के तहत लखनऊ में 1000 वर्ग फीट और इससे बड़े घरों में सोलर सिस्टम लगाने को अनिवार्य किया जाएगा। 

इस योजना के तहत, यदि घर का आकार 1000 वर्ग फीट या उससे बड़ा है, तो उसमें एक किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाना जरूरी होगा।  एलडीए (लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी) इस प्रस्ताव को अपनी आगामी बोर्ड बैठक में चार दिसंबर को रखेगा, और इसे बिल्डिंग बाइलाज (निर्माण नियमों) में भी शामिल किया जाएगा।

बिहार में शिक्षकों की सैलरी को लेकर बड़ा एलान

पटना: बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार सरकार ने घोषणा की है कि जिन शिक्षकों की सैलरी में कटौती की गई थी, उन्हें वह राशि वापस की जाएगी। इसको लेकर तैयारी की जा रही हैं। 

खबर के अनुसार बिहार शिक्षा विभाग इस मामले की समीक्षा कर रहा है, और उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर तक संबंधित आदेश जारी कर दिया जाएगा। इस फैसले की जानकारी खुद बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधान परिषद में दी हैं।

बता दें की यह कदम राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए खुशी का कारण बन गया है, और शिक्षा विभाग के इस निर्णय की व्यापक सराहना हो रही है। शिक्षकों की सैलरी में कटौती को लेकर यह फैसला उनके हक में एक महत्वपूर्ण कदम है।

दरअसल बिहार विधान परिषद में इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए, सदस्य कुमार नागेंद्र ने सवाल उठाया था कि सरकारी शिक्षकों की सैलरी में कटौती क्यों की गई। इस पर जदयू सदस्य संजीव कुमार सिंह ने भी अपनी बात रखते हुए बताया कि लगभग दस हजार शिक्षकों का वेतन काटा गया है। इनमें से कई शिक्षकों का 15-15 दिनों का वेतन काटा गया, जो कि अवकाश लेकर आंदोलन में शामिल हुए थे।

अब बिहार सरकार ने इसे संज्ञान में लेते हुए उन शिक्षकों का कटौती किया गया वेतन वापस करने का निर्णय लिया है, और दिसंबर तक इस पर आदेश जारी करने की बात कही है। जल्द ही इन शिक्षकों को सैलरी में कटौती का पैसा दिया जा सकता हैं।

दिमाग की नस फटने के 5 लक्षण, ठंड में खतरा!

हेल्थ डेस्क: ठंड में दिमाग की नस फटने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर अगर आप अधिक ठंड में लंबे समय तक बाहर रहते हैं या शरीर में कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या हो। इसलिए सभी व्यक्ति को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए।

दिमाग की नस फटने के 5 लक्षण, ठंड में खतरा!

1 .सिर में तेज दर्द: दिमाग की नस फटने का सबसे सामान्य लक्षण सिर में अचानक और तेज दर्द होना है। यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति को झटका या बेहोशी महसूस हो सकती है।

2 .बोलने में कठिनाई: यदि किसी को बोलने में दिक्कत हो रही है या वह अस्पष्ट शब्दों में बात कर रहा है, तो यह दिमाग की नस फटने का संकेत हो सकता है। वह अपने शब्दों को सही से नहीं बोल पा रहे हैं।

3 .आधा शरीर सुन्न होना या लकवा: दिमाग में खून का थक्का जमने के कारण शरीर के एक हिस्से में सुन्नपन या लकवा महसूस हो सकता है। यह समस्या शरीर के एक ओर हिस्से में ज्यादा हो सकती है, जैसे हाथ, पैर, या चेहरा।

4 .बेहोशी या भ्रम की स्थिति होना: दिमाग की नस फटने के दौरान व्यक्ति को बेहोशी का सामना करना पड़ सकता है या उसे किसी भी बात का ठीक से एहसास नहीं हो सकता। वह भ्रमित हो सकता है और वास्तविकता से दूर हो सकता है।

5 .आँखों के सामने धुंधलापन या दोहरी दृष्टि: दिमाग की नस फटने के कारण आंखों के सामने धुंधलापन या दोहरी दृष्टि हो सकती है। यह तब होता है जब दिमाग में रक्त का प्रवाह बाधित होता है।

बिहार के इन 5 जिलों में खुलेंगे नए टेक्नोलॉजी सेंटर

पटना: बिहार में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र की मोदी सरकार बिहार को एक और महत्वपूर्ण तोहफा देने जा रही है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) मंत्रालय ने बिहार में पांच नए टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर खोलने की मंजूरी दे दी है। 

खबर के अनुसार ये सेंटर बिहार के विभिन्न जिलों में खोले जाएंगे, जिनमें राजगीर, रोहतास, पूर्णिया, दरभंगा और सारण जिले शामिल हैं। इन टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटरों का संचालन जमशेदपुर स्थित इंडस्ट्रियल डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी रिसर्च (IDTR) के माध्यम से किया जाएगा। 

बता दें की केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस खबर की पुष्टि करते हुए अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा कि MSME मंत्रालय ने इन सेंटरों को खोलने की मंजूरी दी है, जो बिहार के इन जिलों में तकनीकी शिक्षा और सहायता प्रदान करेंगे। 

दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लिए गया ये कदम बिहार में उद्योगों की विकास दर को बढ़ाने और वहाँ के स्थानीय उद्यमियों को नई तकनीकी जानकारी और उपकरण प्रदान करने में मदद करेगा। खासकर इसे  राजगीर, रोहतास, पूर्णिया, दरभंगा और सारण जिले के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।

यूपी में EWS सर्टिफिकेट बनाने के 6 नियम, जानिए

लखनऊ: EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) सर्टिफिकेट एक सरकारी प्रमाणपत्र है, जो सामान्य जाति (General Category) से संबंधित आर्थिक दृष्टि से पिछड़े लोगों के लिए जारी होता हैं। यह सर्टिफिकेट खासतौर पर उन व्यक्तियों के लिए जारी किया जाता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। 

EWS सर्टिफिकेट का उद्देश्य:

EWS सर्टिफिकेट का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं, लाभों, और आरक्षण में सहायता प्रदान करना है। यह सर्टिफिकेट उन व्यक्तियों को विशेष अवसरों में सहायता प्रदान करता है, जिनकी वार्षिक आय निर्धारित सीमा से कम होती है और जिनके पास संपत्ति की सीमित स्थिति होती है।

EWS सर्टिफिकेट के लाभ:

शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण: EWS प्रमाणपत्र धारक को शैक्षिक संस्थानों (जैसे विश्वविद्यालय, कॉलेज, आदि) में आरक्षण का लाभ मिलता है।

सरकारी नौकरियों में आरक्षण: सरकारी नौकरियों में भर्ती के समय EWS श्रेणी के लिए आरक्षण प्रदान किया जाता है।

आर्थिक सहायता योजनाएँ: कुछ सरकारी योजनाओं में EWS सर्टिफिकेट धारक को विशेष आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है।

यूपी में EWS सर्टिफिकेट बनाने के 6 नियम, जानिए

1 .निवासी शर्त: आवेदक को उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।

2 .जाति शर्त: आवेदक सामान्य जाति वर्ग (General Category) से संबंधित होना चाहिए।

3 .कृषि भूमि सीमा: आवेदक के पास 5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।

4 .वार्षिक पारिवारिक आय: आवेदक की वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

5 .आवासीय भूखंड: आवेदक के परिवार का आवासीय भूखंड 100 वर्ग गज से अधिक नहीं होना चाहिए।

6 .नगर पालिका संपत्ति: अगर आवेदक के पास 10 अधिसूचित नगर पालिका क्षेत्रों में कोई आवासीय संपत्ति है, तो वह संपत्ति 240 वर्ग गज से कम होनी चाहिए।

बिहार में नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ा ऐलान

पटना: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने नियोजित शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार अब उन शिक्षकों को पूर्व की अवधि के कार्य का वरीयता लाभ देने पर पुनर्विचार करेगी। यह निर्णय बिहार विधान परिषद में लिया गया, जिससे नियोजित शिक्षकों को राहत मिल सकती है।

इसके अलावा, मंत्री ने विश्वविद्यालयों द्वारा अनियमित भुगतान के मामलों पर भी चर्चा की और वित्त विभाग के साथ मिलकर इसके समाधान के लिए एक अलग ऑडिट टीम भेजने का ऐलान किया। मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार का जो भी पैसा बकाया है, उसे वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

वहीं नियोजित शिक्षकों के लिए सरकार के द्वारा उठाया गया यह कदम नियोजित शिक्षकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है, जो लंबे समय से पूर्व कार्यों के लाभ और अनियमित भुगतान की समस्याओं से जूझ रहे थे। ऐसे शिक्षकों को इसका लाभ प्राप्त होगा। 

बिहार विधानपरिषद में नियोजित शिक्षकों के लिए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने यह आश्वासन दिया हैं की उन्हें पूर्व की अवधि के कार्य का वरीयता मिलेगा। दरअसल डॉ. नवल किशोर यादव ने इस पर आपत्ति जताई थी कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षक बनने पर भी बीपीएससी नियुक्त टीआर शिक्षक ही वरीय होंगे। 

मर्दों को वीर्यवान और ऊर्जावान बनाती हैं ये 1 चीज

हेल्थ डेस्क: शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है जो पहाड़ी इलाकों में विशेष रूप से हिमालय क्षेत्र से प्राप्त होता है। यह एक प्रकार का गाढ़ा, काले रंग का रिसाव होता है, जिसे प्रकृति से खनिज और जैविक तत्व मिलकर बनाते हैं। शिलाजीत को आयुर्वेद में विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और यह मर्दों के लिए खासतौर पर फायदेमंद माना जाता है।

मर्दों के लिए शिलाजीत के लाभ:

ऊर्जा बढ़ाना: शिलाजीत शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। यह शरीर की शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है, थकान को कम करता है और कार्यक्षमता को सुधारता है।

वीर्यवर्धन: शिलाजीत का नियमित सेवन पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। यह शुक्राणु की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने में सहायक माना जाता है, जिससे संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ सकती है।

हॉर्मोनल संतुलन: शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है, जो पुरुषों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह पुरुषों में वीर्य उत्पादन, मांसपेशियों की वृद्धि और यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।

एंटीऑक्सिडेंट गुण: शिलाजीत में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से बचाते हैं और शरीर की उम्र बढ़ाने वाली प्रक्रियाओं को धीमा करते हैं।

स्मरण शक्ति और मानसिक स्पष्टता: शिलाजीत मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही मानसिक स्पष्टता और स्मरण शक्ति को भी बढ़ा सकता है।

यूपी में किसानों को फ्री मिल रहा सब्जी का बीज

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में सरकार किसानों को सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए नि:शुल्क बीज प्रदान कर रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना और उनकी फसलों की उपज को बेहतर बनाना है।

खबर के अनुसार जिला उद्यान अधिकारी, दिनेश कुमार अरुण ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से किसानों को खेती से जुड़ा लाभ दिया जा रहा है। योजना के तहत किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीज दिए जा रहे हैं, जिसमें फूल गोभी, पत्ता गोभी, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा और टमाटर शामिल हैं।

बता दें की किसान इस बीज को प्राप्त करने के लिए उद्यान विभाग में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के 10 से 15 दिन के भीतर उन्हें नि:शुल्क बीज मिल जाएगा। इन बीजों की गुणवत्ता बहुत अच्छी है, जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है और किसानों को अधिक मुनाफा होता है।

दरअसल यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिससे उनकी आय दोगुनी हो सके। यदि प इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप विभाग की वेबसाइट पर जा कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करें।

यूपी के 41 जिले 5 बिजली कंपनियों में बांटे जाएंगे

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन (UPPCL) ने विद्युत वितरण क्षेत्र में सुधार प्रक्रिया के तहत एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को तोड़कर पांच नई कंपनियां बनाई जाएंगी, जो प्रदेश के 41 जिलों को कवर करेंगी।

खबर के अनुसार इस नई संरचना के तहत, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को तीन कंपनियों में बांटा जाएगा। पहली कंपनी वाराणसी और आजमगढ़ मंडल की आठ जिलों को कवर करेगी, दूसरी कंपनी प्रयागराज और मिर्जापुर मंडल की छह जिलों को संभालेगी। 

जबकि तीसरी कंपनी गोरखपुर और बस्ती मंडल की सात जिलों को कवर करेगी। इसी प्रकार, दक्षिणांचल निगम में आगरा और अलीगढ़ मंडल की आठ जिलों के लिए एक कंपनी और कानपुर, झांसी और बांदा मंडल के 12 जिलों के लिए दूसरी कंपनी बनाई जाएगी।

इसके अलावा, पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि नई कंपनियों के कर्मचारियों की सेवा शर्तें, वेतन, भत्ते, और सुविधाएं इलेक्ट्रिसिटी एक्ट-2003 के तहत ही लागू होंगी। इससे कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा होगी। नई कंपनियां अनुभवी इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगी, ताकि वे सरकारी कंपनियों में ही कार्यरत रहें और निजी कंपनियों में न चले जाएं।

लड़कों में वीर्य बनना किस उम्र में शुरू हो जाता है?

हेल्थ डेस्क: लड़कों में वीर्य का निर्माण (स्पर्म प्रोडक्शन) आमतौर पर 12 से 14 वर्ष की उम्र के बीच शुरू होता है, हालांकि यह उम्र व्यक्तिगत विकास, आनुवंशिकी, और स्वास्थ्य पर भी निर्भर कर सकती है। इस प्रक्रिया को "प्यूबर्टी" (किशोरावस्था) कहा जाता है, जिसमें शरीर में कई बदलाव होते हैं। 

किसे होता हैं वीर्य का निर्माण?

वीर्य का निर्माण पुरुषों के जननांगों में, विशेष रूप से अंडकोष (Testicles) में होता है। यह प्रक्रिया हार्मोनल नियंत्रण के तहत होती है और इसमें कई चरण शामिल होते हैं।

1. हार्मोनल नियंत्रण:

जब लड़का किशोरावस्था (प्यूबर्टी) में प्रवेश करता है, तब मस्तिष्क से "गोनाडोट्रोपिन" (GnRH) नामक हार्मोन रिलीज़ होता है। यह हार्मोन "पिट्यूटरी ग्लैंड" को उत्तेजित करता है, जिससे दो मुख्य हार्मोन—ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) और फॉलिकल-स्टिमुलेटिंग हार्मोन (FSH)—रिलीज़ होते हैं। इन हार्मोन की मदद से अंडकोष में स्थित लेडिग कोशिकाएं (Leydig cells) टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का उत्पादन करती हैं।

2. टेस्टोस्टेरोन का प्रभाव:

टेस्टोस्टेरोन की वजह से पुरुषों में शारीरिक और यौन विकास होते हैं, जैसे कि जननांगों का आकार बढ़ना, आवाज़ में गहराई आना, मांसपेशियों का विकास और शरीर पर बालों का बढ़ना। यह हार्मोन शुक्राणुओं के उत्पादन को भी प्रेरित करता है।

3. शुक्राणु निर्माण (Spermatogenesis):

अंडकोष में स्थित सेमिनल ट्यूबुल्स (Seminiferous tubules) में शुक्राणु (sperm) का निर्माण होता है। यहाँ स्पर्मेटोजेनेसिस (Spermatogenesis) की प्रक्रिया होती है, जिसमें स्पर्म सेल्स (sperm cells) बनते हैं। यह प्रक्रिया कई हफ्तों में पूरी होती है।

4. वीर्य का निर्माण:

जब शुक्राणु पूरी तरह से परिपक्व हो जाते हैं, तो वे अंडकोष से एपिडिडिमिस (Epididymis) में स्थानांतरित होते हैं।जब पुरुष उत्तेजित होते हैं, तो शुक्राणु यूरिनरी नलिका में आकर वीर्य के साथ मिलते हैं। वीर्य में केवल कुछ प्रतिशत शुक्राणु होते हैं; बाकी हिस्सा सेमन (semen) से बना होता है, जिसमें फ्रक्टोज़, पानी, और अन्य तत्व होते हैं।

5. वीर्य का उत्सर्जन (Ejaculation):

जब पुरुष यौन उत्तेजना से चरमोत्कर्ष (orgasm) की स्थिति में पहुँचते हैं, तब वीर्य का उत्सर्जन होता है, जिसे हम वीर्यपात (ejaculation) कहते हैं। यह वीर्य यूरीथ्रा के माध्यम से बाहर निकलता है।

बिहार में TRE 3.0, हेड मास्टर और प्रधान शिक्षक का काउंसलिंग शेड्यूल जारी

पटना: बिहार शिक्षा विभाग ने बीपीएससी द्वारा नियुक्त प्रधानाध्यापकों, प्रधान शिक्षकों और विद्यालय अध्यापकों के लिए काउंसलिंग की तिथियाँ निर्धारित कर दी हैं। विभाग के अपर मुख्य सचिव, डॉ. एस सिद्धार्थ ने जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर यह निर्देश दिया है कि बीपीएससी द्वारा अनुशंसित प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के अलावा, सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसलिंग भी कराई जाए।

खबर के अनुसार बिहार में प्रधानाध्यापकों और प्रधान शिक्षकों की काउंसलिंग 9 से 13 दिसंबर तक होगी। वहीं, बीपीएससी टीआरई 3.0 (तीसरे चरण की बिहार शिक्षक भर्ती) में सफल सभी शिक्षकों की काउंसलिंग 16 से 20 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। 

बता दें की यह काउंसलिंग उसी जिले में होगी, जिसे बीपीएससी द्वारा आवंटित किया गया है। वहीं, सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसलिंग 23 से 31 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। ये शिक्षक भी उसी जिले में काउंसलिंग में शामिल होंगे, जिसे उन्हें आवंटित किया गया है।

काउंसलिंग तिथियाँ और अभ्यर्थियों की संख्या:

हेड टीचर (1-5): 36,947 अभ्यर्थी: 

काउंसलिंग तिथि: 9-13 दिसंबर, 2024

हेड मास्टर (9-12): 5,971 अभ्यर्थी: 

काउंसलिंग तिथि: 9-13 दिसंबर, 2024

टीआरई 3.0 वर्ग 1-5 के स्कूल टीचर: 21,911 अभ्यर्थी

काउंसलिंग तिथि: 16-20 दिसंबर, 2024

टीआरई 3.0 वर्ग 6-8 के स्कूल टीचर: 16,989 अभ्यर्थी

काउंसलिंग तिथि: 16-20 दिसंबर, 2024

टीआरई 3.0 वर्ग 9-10 के स्कूल टीचर: संख्या नहीं दी गई। 

काउंसलिंग तिथि: 16-20 दिसंबर, 2024

टीआरई 3.0 वर्ग 11-12 के स्कूल टीचर: संख्या नहीं दी गई। 

काउंसलिंग तिथि: 16-20 दिसंबर, 2024

सक्षमता परीक्षा 2.0 के टीचर: 65,716 अभ्यर्थी

काउंसलिंग तिथि: 23-31 दिसंबर, 2024

अहमदाबाद: Senior Manager समेत 253 पदों पर भर्ती

अहमदाबाद: Senior Manager समेत 253 पदों पर भर्ती निकली हैं। इसके लिए Central Bank of India द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन करें।

पद का नाम : Chief Manager (Scale IV), Senior Manager (Scale III), Manager (Scale II),  Assistant Manager (Scale I), UI/UX Designer, Java Developer, अन्य पद।

पदों की संख्या : कुल 253 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार बीई, बीटेक, स्नातक, एमबीए आदि होनी चाहिए। 

आवेदन शुल्क : General/ EWS/ OBC के लिए आवेदन शुल्क ₹850 + GST, जबकि SC/ ST/ PWBD/ Women Candidates के लिए आवेदन शुल्क ₹175 + GST.

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन मेरिट और इंटरव्यू के द्वारा होगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : आप Central Bank of India की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन को पूरा करें। 

आवेदन के लिए वेबसाइट : https://ibpsonline.ibps.in/cbimoct24/

आवेदन की अंतिम तिथि : 3 दिसंबर 2024 

बिहार में बिना खतियान, खाता-प्लॉट के भी होगा सर्वे

पटना: बिहार सरकार ने राज्य में भूमि सर्वे के लिए एक नई व्यवस्था लागू की है, जिससे किसानों और भूमि मालिकों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। इस नए नियम के तहत, अब भूमि मालिकों को खतियान (भूमि रजिस्टर) के कागजात प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय, वे केवल अपने खाता और प्लॉट नंबर के साथ सर्वे के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

इसका उद्देश्य भूमि सर्वे प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना है, जिससे भूमि मालिकों को दस्तावेजों के लिए बार-बार दफ्तरों में चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके अलावा, सरकार ने गैर मजरुआ भूमि, बकाश्त भूमि, और अन्य सरकारी भूमि का सर्वे सीधे सरकार के नाम पर करने का निर्णय लिया है। 

इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति गलत दस्तावेज़ों के माध्यम से सरकारी भूमि पर कब्जा न कर सके। इस प्रक्रिया में कब्जाधारी व्यक्तियों को बेदखल नहीं किया जाएगा, लेकिन उनके पास भूमि के स्वामित्व का प्रमाण होना चाहिए, जैसे कि रसीद या खतियान।

बिहार में यह कदम इस कारण उठाया गया है क्योंकि पिछले कुछ महीनों में जिला मुख्यालयों में दस्तावेज़ प्राप्त करने के लिए आवेदनों की संख्या में भारी वृद्धि हो गई है, जिससे दफ्तरों में लंबी कतारें और पेंडिंग मामलों की संख्या बढ़ी है। इस नई व्यवस्था से उम्मीद है कि दस्तावेज़ों की प्राप्ति और सर्वे की प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और कारगर होगी।

लुधियाना : Research Fellow के पदों पर भर्ती

लुधियाना: Research Fellow के पदों पर भर्ती निकली हैं। ये भर्ती Department of Plant Pathology, PAU, LUDHIANA के द्वारा निकाली गई हैं। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन को पूरा करें।

पद का नाम : Research Fellow

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएससी, एमएससी आदि पास होनी चाहिए। 

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के द्वारा होगा। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक और योग्य उम्मीदवार Department of Plant Pathology, PAU, LUDHIANA की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन करें। 

आवेदन की तिथि : इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर 2024 तक निर्धारित किया गया हैं। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.pau.edu/

वेतनमान :  Rs.17000/- p.m.(fixed) +20 % HRA

नौकरी करने का स्थान : लुधियाना।

बिहार में पुलिसकर्मियों को अब मिलेंगे 2 लाख रुपये

पटना: बिहार पुलिस मुख्यालय ने अपने अफसरों और जवानों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक निर्णय लिया है। यह फैसले न केवल पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े हैं, बल्कि शहीदों के परिवारों के लिए भी एक बड़ी राहत के रूप में सामने आए हैं।

स्वास्थ्य संबंधित अनुदान में वृद्धि। 

बिहार पुलिस ने गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी की है। कैंसर, किडनी और लीवर प्रत्यारोपण के लिए दी जाने वाली अनुदान राशि अब एक लाख से बढ़ाकर दो लाख कर दी गई है। इसके अलावा, घुटना और हिप प्रत्यारोपण के लिए भी एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी।

शहीद पुलिसकर्मियों को अनुदान। 

बिहार पुलिस मुख्यालय ने कर्त्तव्य के दौरान शहीद हुए पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों के परिवारों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 2023 से कर्त्तव्य के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों के आश्रितों को बिहार पुलिस परोपकारी कोष से 25 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसी तरह, बिहार पुलिस के परिचारी संवर्ग के कर्मियों के आश्रितों को यह अनुदान 2024 से मिलेगा।

शिक्षा अनुदान में बढ़ोतरी। 

बिहार पुलिस ने पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए शिक्षा कोष में भी बदलाव किया है। बिहार पुलिस शिक्षा कोष से विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए मिलने वाली अनुदान राशि में वृद्धि की गई है। एमबीबीएस और आईआईटी जैसी प्रमुख कोर्स के लिए अब अनुदान राशि 48 हजार से बढ़ाकर 60 हजार कर दी गई है। यह कदम पुलिसकर्मियों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।

कल्याण कोष से सहायता

बिहार पुलिस मुख्यालय के डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पुलिसकर्मियों के कल्याण कोष से अब तक 294 आवेदनों की समीक्षा की गई, जिनमें कुल 62 लाख 75 हजार रुपये की राशि वितरित करने की सिफारिश की गई है। इसके अलावा, 27 आवेदनों को स्वीकृति मिलते हुए 14 लाख 75 हजार रुपये की सहायता दी गई है। बिहार पुलिस शिक्षा कोष से भी एक करोड़ 3 लाख 88 हजार 800 रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।

परोपकारी कोष से अनुदान

इसके अतिरिक्त, बिहार पुलिस परोपकारी कोष से 52 आवेदनों को मंजूरी दी गई है, जिनमें मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को 20 वर्षों तक के लिए अनुदान राशि के रूप में 6 लाख 6 हजार रुपये का वितरण किया गया है।

शारीरिक संबंध से होती हैं ये 4 घातक बीमारियां

हेल्थ डेस्क: सिफ़िलिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया, और ट्राइकोमोनिएसिस सभी यौन संचारित संक्रमण (STIs) हैं, जो शारीरिक संबंध के दौरान फैल सकते हैं। इन बीमारियों के बारे में सभी व्यक्ति को सही जानकारी होनी चाहिए, ताकि इन बीमारियों से बचा जा सके।

शारीरिक संबंध से होती हैं ये 4 घातक बीमारियां। 

1. सिफ़िलिस (Syphilis)

सिफ़िलिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो शारीरिक संबंध के दौरान संक्रमित व्यक्ति के घावों (चिंघाड़ी) के संपर्क में आने से फैलता है। इस संक्रमण के कुछ सप्ताह बाद, संक्रमित व्यक्ति के जननांगों, गुदा, या मुंह में एक घाव दिखाई देता है। यदि इलाज न किया जाए तो शरीर के अन्य हिस्सों पर चकत्ते, बुखार, गले में सूजन, और अन्य लक्षण हो सकते हैं।

2. गोनोरिया (Gonorrhea)

गोनोरिया एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो नैसेरिया गोनोरिया नामक बैक्टीरिया से होता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से जननांगों, गले, और मलाशय में होता है। इसके लक्षणों में पेशाब में दर्द, जननांगों से स्राव, और गले में सूजन शामिल हो सकते हैं। यदि इसका इलाज न किया जाए तो यह बांझपन, गर्भपात, और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकता है।

3. क्लैमाइडिया (Chlamydia)

क्लैमाइडिया भी एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो क्लैमिडिया ट्रैकोमेटिस बैक्टीरिया से होता है। यह यौन संबंध के दौरान फैलता है और कभी-कभी कोई लक्षण नहीं दिखता, लेकिन यदि इलाज न किया जाए तो यह गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब्स, और अंडकोष को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों में: पेशाब में दर्द, जननांगों से असामान्य स्राव, पेट के निचले हिस्से में दर्द आदि हैं।

4. ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis)

ट्राइकोमोनिएसिस एक परजीवी संक्रमण है, जो ट्राइकोमोनास वागिनालिस नामक परजीवी से होता है। यह सबसे आम यौन संचारित परजीवी संक्रमण है। इसके लक्षणों में: महिलाओं में जननांगों से असामान्य ग्रीन-येलो स्राव, खुजली, और जलन, वहीं, पुरुषों में अक्सर कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन कभी-कभी पेशाब में जलन और जननांगों में खुजली हो सकती है।

दिसंबर माह में 17 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें छुट्टियों की लिस्ट?

नई दिल्ली: दिसंबर महीने में यदि बैंक में कोई काम हैं तो आप जल्द से जल्द उसे पूरा कर लें। क्यों की भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रिसमस, गोवा मुक्ति दिवस और अन्य अवसरों के लिए बंद रहने के साथ राज्यवार छुट्टियों का डिटेल जारी किया है।

यह ध्यान में रखें कि ये छुट्टियां विभिन्न राज्यों में अलग-अलग हो सकती हैं, यानी अगर किसी राज्य में बैंक बंद हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि सभी राज्यों में बैंक बंद होंगे। अन्य स्थानों पर बैंकों का संचालन सामान्य रहेगा। इसलिए छुट्टियों की लिस्ट चेक कर लें। 

बता दें की बैंक अधिकारियों ने कहा हैं की जिस दिन बैंक में छुट्टी रहेगी, उस दिन बैंक में काम कार्य नहीं किये जाएंगे। लेकिन ग्राहक एटीम से पैसे निकाल सकते हैं। वहीं, ऑनलाइन के द्वारा पैसों का लेन-देन जारी रहेगा। इसमें किसी तरह की रुकावट नहीं आएगी।

दिसंबर माह में 17 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें छुट्टियों की लिस्ट?

1 दिसंबर 2024 - रविवार (पूरे भारत में)

3 दिसंबर 2024 - मंगलवार, सेंट फ्रांसिस जेवियर का पर्व (गोवा में)

8 दिसंबर 2024 - रविवार (पूरे भारत में)

12 दिसंबर 2024 - मंगलवार, पा-तोगन नेंगमिनजा संगमा (मेघालय में)

14 दिसंबर 2024 - दूसरा शनिवार (पूरे भारत में)

15 दिसंबर 2024 - रविवार (पूरे भारत में)

18 दिसंबर 2024 - बुधवार, यू सोसो थाम की पुण्यतिथि (मेघालय में)

19 दिसंबर 2024 - गुरुवार, गोवा मुक्ति दिवस (गोवा में)

22 दिसंबर 2024 - रविवार (पूरे भारत में)

24 दिसंबर 2024 - मंगलवार, क्रिसमस की पूर्व संध्या (मिजोरम, नागालैंड, और मेघालय में)

25 दिसंबर 2024 - बुधवार, क्रिसमस (पूरे भारत में)

26 दिसंबर 2024 - गुरुवार, क्रिसमस उत्सव (मिजोरम, नागालैंड, और मेघालय में)

27 दिसंबर 2024 - शुक्रवार, क्रिसमस उत्सव (मिजोरम, नागालैंड, और मेघालय में)

28 दिसंबर 2024 - चौथा शनिवार (पूरे भारत में)

29 दिसंबर 2024 - रविवार (पूरे भारत में)

30 दिसंबर 2024 - सोमवार, यू किआंग नांगबाह (मेघालय में)

31 दिसंबर 2024 - मंगलवार, नए साल की पूर्व संध्या/लॉसॉन्ग/नामसूंग (मिजोरम, सिक्किम में)

UP: 10वीं पास करें अप्लाई; जॉब लोकेशन लखनऊ

UP: Amazon ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ लोकेशन के लिए प्रोसेस असिस्टेंट के पद पर वैकेंसी निकाली है। यह एक शानदार अवसर है, क्योंकि इसमें बिना किसी अनुभव के कैंडिडेट्स भी आवेदन कर सकते हैं। इस पद के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स को फ्लेक्सिबल शेड्यूल, शिफ्ट्स और वर्क एरिया में काम करने का अवसर मिलेगा।

जरूरी स्किल्स और योग्यताएँ:

Microsoft Office के उत्पादों (Word, Excel) का 1+ साल का अनुभव। हाई स्कूल पास होना चाहिए। फ्लेक्सिबल शेड्यूल में काम कर सकते हों (दिन और रात की शिफ्ट)। हफ्ते में 40 घंटे काम करना और आवश्यकता पड़ने पर ओवरटाइम करने की क्षमता।

प्रेफर क्वालिफिकेशन:

1+ साल का Amazon FC ऑपरेशन का अनुभव या नॉलेज होना प्रेफर किया जाएगा। इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए नोटिश पढ़ें।

सैलरी स्ट्रक्चर:

Amazon प्रोसेस असिस्टेंट के पद पर सैलरी ₹1.5 लाख से ₹5.3 लाख वार्षिक (Annual Salary) तक हो सकती है, जो कैंडिडेट के अनुभव और क्षमता पर निर्भर करेगी।

अप्लाई करने का डायरेक्ट लिंक:

कैंडिडेट्स https://www.amazon.jobs/ लिंक पर क्लिक करके इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं।

जॉब लोकेशन:

यह वैकेंसी लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लिए है।

पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के 5 बड़े फायदे!

हेल्थ डेस्क: पेनिस पर सरसों के तेल लगाने के कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन यह ध्यान में रखना जरूरी है कि इसका उपयोग सावधानी से किया जाए। सरसों के तेल में एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन E, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा की सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के 5 बड़े फायदे!

1 .रक्त संचार में सुधार: सरसों के तेल में माइक्रोबायल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो रक्त संचार को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यह पेनिस में रक्त प्रवाह को सुधार सकता है, जिससे बेहतर सेक्सुअल स्वास्थ्य हो सकता है।

2 .सांसद्रवाण का उपचार: अगर पेनिस की त्वचा में जलन या चिढ़न हो, तो सरसों का तेल इसका उपचार करने में मदद कर सकता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन और जलन को कम कर सकते हैं।

3 .संक्रमण से सुरक्षा: सरसों के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा को बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं।

4 .मांसपेशियों की ताकत बढ़ाना: सरसों का तेल मांसपेशियों को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है, जो किसी भी प्रकार के दर्द या तनाव को कम करने के लिए सहायक हो सकता है।

5 .त्वचा की नमी और मुलायमीयत: सरसों का तेल त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है और इसे मुलायम बनाता है। यह सूखी त्वचा को नमी प्रदान कर सकता है, जिससे पेनिस की त्वचा की देखभाल की जा सकती है।

लुधियाना: Assistant Officer के 50 पदों पर भर्ती

लुधियाना: Assistant Officer के 50 पदों पर भर्ती निकली हैं। इसके लिए National Thermal Power Corporation (NTPC) के द्वारा नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन को पूरा करें।

पद का नाम : Assistant Officer (Safety)  

पदों की संख्या : कुल 50 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार डिग्री, डिप्लोमा आदि निर्धारित किया गया हैं। 

आयु सीमा : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन टेस्ट के द्वारा होगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें।

आवेदन शुल्क : General/ EWS/ OBC के लिए आवेदन शुल्क ₹300 रुपया, जबकि SC/ ST/ PwBD/ Female के लिए No Fee.

आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक और योग्य उम्मीदवार National Thermal Power Corporation (NTPC) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन करें। 

वेबसाइट : https://careers.ntpc.co.in/recruitment/advertisements/16_24_eng_adv

वेतनमान : ₹30,000 – ₹1,20,000 (IDA Grade E0)

आवेदन की अंतिम तिथि : 10 दिसंबर 2024

यूपी में TGT, PGT, PRT टीचर की भर्ती, देख लें पूरी डिटेल

न्यूज डेस्क: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) ने टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी के पदों के लिए भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। इन पदों पर आवेदन प्रक्रिया 7 नवंबर 2024 से शुरू हो गई है, और इच्छुक उम्मीदवार 7 दिसंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं।  इसके साथ ही, आवेदन शुल्क का भुगतान भी 7 दिसंबर 2024 तक किया जा सकता है। उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन के साथ-साथ ऑफलाइन आवेदन भी सबमिट करना होगा।

वैकेंसी डिटेल्स:

प्राइमरी टीचर (PRT): कुल 08 पद।

टीजीटी टीचर (हिन्दी, मैथ्स, साइंस, उर्दू): कुल 06 पद।

पीजीटी टीचर (बायोलॉजी, कॉमर्स): कुल 10 पद।

योग्यता:

प्राइमरी टीचर (PRT) के लिए 12वीं पास (5% अंकों के साथ) 2 साल का एलीमेंट्री एजुकेशन में डिप्लोमा / B.EL.ED / स्पेशल एजुकेशन

टीजीटी (TGT) के लिए संबंधित विषय में 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन, बीएड डिग्री होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें।

पीजीटी (PGT): संबंधित विषय में मास्टर्स डिग्री, बीएड डिग्री इसके अलावा, सभी पदों के लिए सीटेट (CTET) या यूपीटेट (UPTET) पास होना अनिवार्य है।

आयु सीमा:

इस भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा पद के अनुसार निम्नलिखित निर्धारित की गई है। पीजीटी पद के लिए 40 वर्ष, टीजीटी पद के लिए 35 वर्ष और प्राइमरी टीचर (PRT) पद के लिए 30 वर्ष। इसके अतिरिक्त, आरक्षित वर्गों (SC/ST/OBC) को नियमानुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

सैलरी:

पीजीटी (PGT): 47,600 - 1,51,100 रुपये प्रति माह।

टीजीटी (TGT): 44,900 - 1,42,400 रुपये प्रति माह। 

प्राइमरी टीचर (PRT): 35,400 - 1,12,400 रुपये प्रति माह।

बिहार के गांवों में बनेगी टाउनशिप, मुखिया को जिम्मा

पटना: बिहार के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में क्षेत्र विकास योजना के तहत अब गांवों में टाउनशिप विकसित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। भागलपुर जिले में इस योजना की शुरुआत हो चुकी है और इसके लिए 22.9 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। 

खबर के अनुसार इस योजना को लेकर भागलपुर जिला प्रशासन ने बुधवार को 16 प्रखंडों के प्रगतिशील मुखिया की बैठक आयोजित की, जिसमें यह बताया गया कि प्रगतिशील किसानों और ग्रामीणों के सहयोग से गांवों में टाउनशिप बनाई जा सकती है।

बता दें की इस टाउनशिप में जरूरी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा, जैसे कि प्राथमिक विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र, कम्युनिटी हॉल, बाजार, 9 मीटर चौड़ी सड़क, जलापूर्ति, ड्रेनेज-सीवरेज, स्ट्रीट लाइट और पावर कनेक्शन। इस योजना पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, और सरकार इस पूरे प्रोजेक्ट को विकसित करेगी।

इस टाउनशिप के विकास से न केवल गांव का विकास होगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी विकास होगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य में शहरीकरण का स्तर भी ऊंचा होगा। बैठक में कहा गया की किसानों और ग्रामीणों को जोड़कर सोसाइटी का निर्माण करेंगे, जो ग्रामीण टाउनशिप के लिए भूमि उपलब्ध कराएगी। यह योजना गांवों के समग्र विकास में एक अहम कदम साबित हो सकती है।

हर सुबह नाश्ते में 4 चीजें खाएं, बुढ़ापा देर से आएगा

हेल्थ डेस्क: स्वस्थ नाश्ता बुढ़ापे को धीमा कर सकता है और शरीर को ताजगी प्रदान करता है। यदि आप सुबह के नाश्ते में अंकुरित मुंग, सेब, केला, और खजूर का नियमित सेवन करते हैं तो ये आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करेगा।

हर सुबह नाश्ते में 4 चीजें खाएं, बुढ़ापा देर से आएगा

1 .अंकुरित मुंग: अंकुरित मुंग में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। यह पाचन को बेहतर बनाता है, शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह रक्तदाब को भी नियंत्रित करने में सहायक है।

2 .सेब: सेब फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स का एक बेहतरीन स्रोत है। यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और त्वचा की सेहत में भी मदद करता है। सेब खाने से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।

3 .केला: केला पोटेशियम और विटामिन B6 का अच्छा स्रोत है। यह मांसपेशियों की मजबूती को बढ़ाता है, शरीर में ऊर्जा का स्तर बनाए रखता है और रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित करता है। इसके अलावा, यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

4 .खजूर: खजूर आयरन, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह शरीर में रक्त की कमी को पूरा करता है, हड्डियों को मजबूत करता है, और पाचन क्रिया को भी सुधारता है। इसके अलावा, यह त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है।

यूपी के प्राइवेट स्कूलों में 1 दिसंबर से मुफ्त दाखिले

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले का मौका देने के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। इस बार 6871 नए विद्यालयों को जोड़ा गया है, जिससे कुल 62871 स्कूलों में प्रवेश का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, 78065 सीटें बढ़ी हैं, जिससे कुल सीटों की संख्या अब 6 लाख से ज्यादा हो गई है।

इस बार, आरटीई के तहत दाखिले की प्रक्रिया 1 दिसंबर से शुरू हो रही है, जो अब पहले की तुलना में जल्दी शुरू हो रही है। यह प्रक्रिया मार्च में समाप्त होती थी, लेकिन अब इसे चार चरणों में 27 मार्च तक पूरा किया जाएगा, ताकि विद्यार्थी नए शैक्षिक सत्र (2025-26) में एक अप्रैल से पढ़ाई शुरू कर सकें।

बता दें की आरटीई पोर्टल पर आवेदन के लिए अभिभावकों को किसी भी समस्या का सामना न हो, इसके लिए हेल्प डेस्क भी बनाई जाएंगी। ये हेल्प डेस्क बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, तहसील, डीएम और सीडीओ कार्यालयों में स्थापित की जाएंगी, ताकि प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया जा सके।

उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) डा. मुकेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अलावा तहसीलों, डीएम व सीडीओ कार्यालय में भी हेल्प डेस्क होगी। और गरीब परिवार के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त नामांकन दिलाया जायेगा।

रूस की 3 सबसे शक्तिशाली परमाणु मिसाइलें

न्यूज डेस्क: रूस की परमाणु मिसाइल तकनीक दुनिया में सबसे उन्नत और शक्तिशाली मानी जाती है। रूस के पास कुछ बेहद शक्तिशाली परमाणु मिसाइलें हैं, जो उसकी सैन्य शक्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये मिसाइल किसी भी देश को कुछ ही मिनट में बर्बाद कर सकती हैं।

1. RS-28 Sarmat ("Satan 2"): यह मिसाइल दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली आईसीबीएम (Intercontinental Ballistic Missile) है। इसका वजन लगभग 208 टन है और यह 35.5 मीटर लंबी होती है। इसकी रेंज लगभग 18,000 किलोमीटर तक है।  यह मिसाइल 10 से 15 परमाणु वारहेड्स को एक साथ ले जा सकती हैं।

2. R-36M2 (Voevoda): R-36M2 मिसाइल "सैटन" के नाम से भी जानी जाती है और इसे दुनिया की सबसे खतरनाक आईसीबीएम माना जाता है। इसकी रेंज लगभग 16,000 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल भी कई परमाणु वारहेड्स (10 से 15) लेकर जा सकती है और दुश्मन के मिसाइल डिफेंस को प्रभावी तरीके से पार करने की क्षमता रखती है।

3. Topol-M (RS-12M): यह मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल है और इसकी लंबाई 22 मीटर के आसपास होती है।इसकी रेंज लगभग 11,000 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस होती है और बहुत तेज़ गति से लक्ष्य को भेद सकती है। इसकी विशेषता यह है कि यह मिसाइल ट्रक पर लांच की जा सकती है।

यूपी में ऑनलाइन मुफ्त निकालें जमीन का नक्शा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जमीन का नक्शा डाउनलोड करने के लिए वेबसाइट पोर्टल उपलब्ध करा दिया गया हैं। उत्तर प्रदेश के लोग -नक्शा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने जमीन का नक्शा ऑनलाइन के द्वारा डाउनलोड कर सकते हैं और जमीन की डिटेल्स भी देख सकते हैं।

यूपी में ऑनलाइन मुफ्त निकालें जमीन का नक्शा:

1 .UP Bhu Naksha वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले उत्तर प्रदेश भू नक्शा की आधिकारिक वेबसाइट https://upbhunaksha.gov.in/ पर विजिट करें।

2 .जिला, तहसील, मौजा और गांव का चयन करें: वेबसाइट ओपन होने के बाद, आपको अपने जिले, तहसील, मौजा और गांव का चयन करना होगा।

3 .खाता और खसरा नंबर का विवरण दर्ज करें: अगला पेज खुलने पर, दाहिनी तरफ खाता नंबर और खसरा नंबर का विकल्प दिखाई देगा। यहां आपको अपनी जमीन से संबंधित रकबा नंबर, रैयत का नाम, और अन्य जरूरी जानकारी भरनी होगी।

4 .जानकारी सबमिट करें: सभी आवश्यक जानकारी भरने के बाद, उसे सबमिट करें। इसके बाद आपको संबंधित भूमि का नक्शा दिखाई देगा।

5 .नक्शा डाउनलोड करें: इसके बाद नक्शा खुल जायेगा, आप उसे डाउनलोड कर सकते हैं और इसका प्रिंट भी निकाल सकते हैं।

नस चढ़ने पर होता है तेज दर्द, तो पिएं ये 2 चीजें!

हेल्थ डेस्क: यदि आपको नस चढ़ने पर तेज दर्द होता हैं तो आप कुछ घरेलू उपाय से राहत प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही साथ नस चढ़ने की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। वहीं, जिस जगह नस चढ़ी है, उस पर बर्फ की सिकाई करने से सूजन और दर्द में आराम पा सकते हैं।

नस चढ़ने पर होता है तेज दर्द, तो पिएं ये 2 चीजें!

1 .पुदीने का सेवन और तेल का उपयोग: पुदीना शरीर को ठंडक पहुंचाता है और दर्द को कम करने में मदद करता है। पुदीने का तेल मालिश करने से नस चढ़ने की समस्या में राहत मिल सकती है। इसके अलावा, पुदीने का सेवन भी लाभकारी माना जाता है।

2 .हल्दी वाला दूध: हल्दी में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नसों के दर्द को शांत करने में मदद करते हैं। हल्दी वाले दूध का सेवन करने से नस पर नस चढ़ने की समस्या दूर हो सकती है और दर्द में राहत मिल सकती है। साथ ही साथ आपका सेहत भी बेहतर हो सकता हैं। 

क्यों चढ़ता हैं नस। 

शरीर में पानी की कमी होने से नस चढ़ने की समस्या हो सकती हैं।

ब्लड में पोटेशियम, कैल्शियम की कमी भी नस चढ़ने का कारण बन सकती हैं।

शरीर में मैग्नीशियम का स्तर कम होने से भी नस चढ़ने की समस्या जन्म ले सकती हैं।

शरीर में खनिज लवण की मात्रा कम होने से भी नस पर नस चढ़ने की समस्या होती हैं।

किसी बिमारी के कारण कमजोरी भी नस चढ़ने की समस्या हो सकती हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह आवश्य लें।

महिलाएं भी 'शीघ्रपतन' से हो सकती हैं पीड़ित!

हेल्थ डेस्क: महिलाएं भी शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से प्रभावित हो सकती हैं, लेकिन यह आमतौर पर पुरुषों में अधिक देखा जाता है। महिलाओं के लिए इस समस्या का कोई सीधे समान रूप नहीं है, लेकिन यह स्थिति उनके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। 

बता दें की शीघ्रपतन जैसी समस्याओं के इलाज के लिए चिकित्सा या परामर्श की आवश्यकता हो सकती है। महिलाओं में इन समस्याओं के कारण मानसिक तनाव, हार्मोनल असंतुलन, या शारीरिक कारण हो सकते हैं। यदि कोई महिला इस प्रकार की समस्याओं से गुजर रही है, तो उसे एक डॉक्टर या यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेना चाहिए।

महिलाओं में शीघ्रपतन के संकेत।

1 .यौन उत्तेजना में कमी: महिलाओं में यौन उत्तेजना का समय जल्दी खत्म होना या लंबे समय तक उत्तेजित महसूस न करना शीघ्रपतन के संकेत होते हैं।

2 .संतोषजनक यौन संबंध की कमी: महिलाएं अक्सर यौन संबंध के दौरान पूर्ण संतोष का अनुभव नहीं कर पाती हैं, जो शीघ्रपतन के समान हो सकता है, जहां यौन संतुष्टि में रुकावट आती है।

3 .ऑर्गैज़्म में समस्या: कुछ महिलाओं को पुरुषों की तरह ही जल्दी या तुरंत ऑर्गैज़्म मिल जाता हैं। ये यौन जीवन में असंतोष को पैदा करता हैं। यह महिलाओं में पुरुषों की तरह ही शीघ्रपतन के समान हैं।

बिहार के इस जिले में बनेगा दूसरा ग्लास ब्रिज

न्यूज डेस्क: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की है कि सहरसा में बिहार का दूसरा ग्लास ब्रिज बनेगा, जो राजगीर के ग्लास ब्रिज के समान होगा। केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने सहरसा जिले की प्रसिद्ध मत्स्यगंधा झील के विकास के लिए 97.61 करोड़ रुपये और कैमूर जिले में करमचक इको-टूरिज्म एडवेंचर हब के विकास के लिए 49.51 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है।

खबर के अनुसार सम्राट चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस परियोजना के तहत सहरसा में मत्स्यगंधा झील के क्षेत्र में कई आकर्षक संरचनाएं बनाई जाएंगी। जिसमे मत्स्यगंधा झील के क्षेत्र में गोलाकार ग्लास ब्रिज, घाट, टॉयलेट ब्लॉक, फूड कोर्ट, पार्किंग, म्यूजिकल फाउंटेन, लाइट एंड साउंड शो और सेल्फी प्वाइंट जैसी सुविधाएं शामिल हैं। 

इससे क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को हस्तशिल्प, होटल, परिवहन जैसे क्षेत्रों में रोजगार के हजारों अवसर मिलेंगे। यह परियोजना उत्तर और दक्षिण बिहार में पर्यटन उद्योग को और मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से की जा रही है, जिसके लिए कुल 147.12 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।

दरअसल सहरसा में मत्स्यगंधा झील के क्षेत्र में कई आकर्षक संरचनाएं बनाने से पर्यटकों में वृद्धि होगी। साथ ही साथ देश दुनिया में इस क्षेत्र का नाम होगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और इन इलाकों के विकास में भी तेजी आएगी।

बिहार में पटना मेट्रो 15 अगस्त से चालू होने जा रही

पटना: बिहार सरकार ने घोषणा की है कि पटना मेट्रो परियोजना अगले साल 15 अगस्त से अपने परिचालन की शुरुआत करेगी। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस जानकारी को बिहार विधानसभा में दी हैं। 

उन्होंने विधानसभा में प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस परियोजना के पहले चरण में दो प्रमुख गलियारे होंगे, उत्तर-दक्षिण गलियारा और पूर्व-पश्चिम गलियारा। इस दौरान, 32,506 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट भी पेश किया गया, जिसका उपयोग राज्य में केंद्र और बिहार सरकार की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में किया जाएगा, जिसमें पटना मेट्रो का पहले चरण का पूरा होना भी शामिल है।

इसके अलावा, इस बजट से पर्यटन विभाग की योजनाओं, जैसे कैमूर जिले में 'पर्यटक केंद्र' के विकास के लिए भी वित्तीय सहायता दी जाएगी। बता दें की उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने यह जानकारी विधानसभा में 32,506 करोड़ रुपये के दूसरे अनुपूरक बजट को पेश करते हुए दी।

दरअसल पटना मेट्रो परियोजना, बिहार की राजधानी पटना में एक आधुनिक और प्रभावी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है। यह परियोजना भारतीय मेट्रो नेटवर्क का हिस्सा है और पटना को एक समर्पित मेट्रो सिस्टम प्रदान करेगी, जिससे यातायात की भीड़-भाड़ को कम किया जा सकेगा और लोगों को तेज़, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का विकल्प मिलेगा।

बिहार सचिवालय में भर्ती के लिए आज से आवेदन

पटना: बिहार विधान सभा सचिवालय की आठ भर्तियों के लिए आवेदन लिंक आज फिर से खोला जाएगा। यह भर्ती विभिन्न पदों पर की जा रही है, जिनमें सिक्योरिटी गार्ड, ड्राइवर, ऑफिस अटेंडेंट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सहायक प्रशाखा पदाधिकारी, और सहायक अवधायक जैसे पद शामिल हैं। 

खबर के अनुसार इन पदों पर भर्ती के लिए पहले भी आवेदन मांगे गए थे, लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद कुछ पदों में संशोधन किया गया है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर प्रकशित नोटिफिकेशन को पढ़ें और आवेदन को पूरा करें। 

आवेदन प्रक्रिया: आवेदन की तिथि: 29 नवंबर 2024 से 13 दिसंबर 2024 तक। 

सिक्योरिटी गार्ड: वैकेंसी: 80 योग्यता: मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्ड से 12वीं कक्षा पास। वेतनमान: पे लेवल-3, ₹21,700 - ₹69,100 + अन्य भत्ते। 

डाटा एंट्री ऑपरेटर: वैकेंसी: 40 योग्यता: 12वीं पास + कंप्यूटर की कार्यकुशलता। वेतनमान: पे लेवल-4, ₹25,500 - ₹81,100 + अन्य भत्ते।

ड्राइवर: वैकेंसी: 9, योग्यता: 10वीं पास + वैध ड्राइविंग लाइसेंस।, वेतनमान: पे लेवल-3, ₹21,700 - ₹69,100 + अन्य भत्ते।

ऑफिस अटेंडेंट: वैकेंसी: 54, योग्यता: 10वीं पास।, वेतनमान: पे लेवल-1, ₹18,000 - ₹56,900 + अन्य भत्ते।

सहायक प्रशाखा पदाधिकारी: वैकेंसी: 79, योग्यता: स्नातक डिग्री।, वेतनमान: पे लेवल-6, ₹35,400 - ₹1,12,400 + अन्य भत्ते।

सहायक अवधायक: वैकेंसी: 5, योग्यता: स्नातक डिग्री। वेतनमान: पे लेवल-6, ₹35,400 - ₹1,12,400 + अन्य भत्ते।

कनीय लिपिक: वैकेंसी: 19, योग्यता: 12वीं पास।, वेतनमान: पे लेवल-4, ₹25,500 - ₹81,100 + अन्य भत्ते।

वैकेंसी प्रतिवेदक (13), निजी सहायक (4), आशुलिपिक (5) कुल वैकेंसी: 22 योग्यता: संबंधित पद के अनुसार। वेतनमान: पे लेवल-5 या 6, पद के अनुसार।

पुस्तकालय परिचारी (1), कार्यालय परिचारी (दरबान) 2, कार्यालय परिचारी (माली) 2, कार्यालय परिचारी (सफाईकर्मी) 8, कार्यालय परिचारी (फर्राश) 4, कुल वैकेंसी: 17 योग्यता: 10वीं पास।

भारत की 5 प्राइवेट नौकरी में सबसे ज्यादा सैलरी

नई दिल्ली: भारत में कई प्राइवेट सेक्टर नौकरियां हैं जो उच्च वेतन प्रदान करती हैं। यह वेतन इतनी हैं की कोई भी सरकारी कर्मचारी इसके आसपास भी नहीं आते हैं। इन नौकरी को पाने में युवाओं को कड़ी मेहनत और अच्छी पढ़ाई भी करनी पड़ती हैं।

भारत की 5 प्राइवेट नौकरी में सबसे ज्यादा सैलरी?

1. डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)

पद: डेटा साइंटिस्ट, AI इंजीनियर

सैलरी: ₹15,00,000 से ₹1,00,00,000 वार्षिक या इससे भी ज्यादा।

विवरण: डेटा साइंस और AI में काम करने वाले पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ी है। प्रमुख कंपनियां जैसे गूगल, मेटा, और अमेज़न इन क्षेत्रों में उच्च वेतन देती हैं।

2. सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग

पद: सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट

सैलरी: ₹10,00,000 से ₹50,00,000 वार्षिक या इसे भी ज्यादा वेतन मिलती हैं।

विवरण: सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में काम करने वाले पेशेवरों के लिए वेतन बहुत अच्छा होता है, खासकर यदि आप किसी प्रमुख तकनीकी कंपनी जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट या ऐप्पल में काम कर रहे हैं।

3. सीईओ और सीनियर मैनेजमेंट। 

पद: सीईओ, सीएफओ, सीटीओ

सैलरी: ₹50,00,000 से ₹1,00,00,000 वार्षिक या इससे भी ज्यादा मिलता हैं।

विवरण: उच्च प्रबंधन में काम करने वाले पेशेवरों को शानदार वेतन मिलता है, खासकर बड़े कॉर्पोरेट्स और स्टार्टअप्स में।

4. फाइनेंशियल सर्विसेज (Investment Banking, Hedge Fund Manager)

पद: इन्वेस्टमेंट बैंकर, हेज फंड मैनेजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट

सैलरी: ₹20,00,000 से ₹60,00,000 वार्षिक या इससे ज्यादा।

विवरण: वित्तीय सेवाओं में काम करने वाले पेशेवरों को बहुत उच्च वेतन मिलता है। इसमें इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और हेज फंड्स शामिल हैं।

5. प्रोफेशनल कंसल्टिंग (Management Consulting)

पद: मैनेजमेंट कंसल्टेंट, स्ट्रैटेजिक कंसल्टेंट

सैलरी: ₹15,00,000 से ₹40,00,000 वार्षिक या इससे भी ज्यादा।

विवरण: प्रमुख कंसल्टिंग कंपनियां जैसे McKinsey & Company, Boston Consulting Group (BCG), और Bain & Company उच्च वेतन देती हैं।

अहमदाबाद: Branch Manager समेत 11 पदों पर भर्ती

अहमदाबाद: Branch Manager समेत 11 पदों पर भर्ती निकली हैं। ये भर्ती Shree Kadi Nagarik Sahakari Bank Ltd. (Shree Kadi Nagarik Sahakari Bank Ltd.) द्वारा निकाली गई हैं। इच्छुक उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और आवेदन करें।

पद का नाम : Chief Compliance Officer (CCO), Manager (Credit), Manager (HR), Branch Manager, Internal Inspection Officer (IIO), Officer (Information Technology), Officer (Law).

पदों की संख्या : कुल 11 पद। 

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार निर्धारित किया गया हैं। इसकी जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

चयन प्रक्रिया : भर्ती नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन मेरिट और इंटरव्यू के माध्यम से किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें। 

आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक उम्मीदवार Shree Kadi Nagarik Sahakari Bank Ltd. (Shree Kadi Nagarik Sahakari Bank Ltd.) की वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और आवेदन करें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://www.knsb.in/index.html

आवेदन की अंतिम तिथि : 12 दिसंबर 2024

'वीर्य' को हेल्‍दी बनाता है देसी घी, जानें 4 फायदे?

हेल्थ डेस्क: देसी घी को भारतीय पारंपरिक आहार में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, और यह पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, खासकर उनके वीर्य की गुणवत्ता को सुधारने में देसी घी का स्थान सबसे बेहतर माना जाता हैं। 

बता दें की देसी घी में पोषक तत्वों की भरमार होती है, जैसे विटामिन A, D, E, और K, जो हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें स्वास्थ्यवर्धक वसा (healthy fats) होते हैं जो शरीर में आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं और शुक्राणु उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।

कुछ वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर, देसी घी में लिनोलिक एसिड और ओमेगा-3 वसा जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शुक्राणुओं की गुणवत्ता और सक्रियता को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। यह हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और शरीर में रक्त संचार को भी सुधारता है, जिससे यौन स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।

देसी घी के 4 फायदे?

1 .वीर्य के लिए फायदेमंद: देसी घी में ओमेगा-3 और ओमेगा-9 फैटी एसिड होते हैं, जो वीर्य की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन A, D, E, और K, जो हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं। 

2 .पाचन तंत्र को सुधारना: देसी घी आयुर्वेद में एक अहम भूमिका निभाता है, विशेष रूप से पाचन में। इसमें बटरफैट और ब्यूटिरिक एसिड होते हैं, जो आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं।

3 .प्रजनन क्रिया के लिए बेहतर: देसी घी में विटामिन E होते हैं, जो पुरुषों के प्रजनन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और स्पर्म काउंट को दूर करते हैं।

4 .शरीर को ऊर्जा देना: देसी घी में स्वस्थ वसा (healthy fats) होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा का स्त्रोत होते हैं। यह शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे आपको थकावट महसूस नहीं होती और आपका मेटाबोलिज़्म भी अच्छा रहता है।

यूपी में इन कर्मचारियों का बढ़ेगा न्यूनतम ग्रेड पे

लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकायों में कार्यरत अधिशासी अधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सरकार इन अधिकारियों का ग्रेड पे बढ़ाकर 4200 रुपये करने जा रही है, जो पहले 2800 रुपये था। यह कदम लंबे समय से अधिशासी अधिकारियों की मांग के आधार पर उठाया गया है। 

खबर के अनुसार इस फैसले से अधिकारियों को अपने अधीनस्थों से काम लेने में आसानी होगी, क्योंकि वर्तमान में अवर अभियंताओं का ग्रेड पे 4200 रुपये होने की वजह से काम करने में समस्या उत्पन्न हो रही थी। राज्य सरकार की यह पहल नगर विकास विभाग द्वारा शासनादेश जारी करने के बाद लागू होगी। 

बता दें की सरकार का उद्देश्य नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में कार्यों के संचालन में सुधार करना है। प्रदेश में फिलहाल 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायतें हैं, जहां अधिशासी अधिकारी विभागाध्यक्ष के रूप में तैनात होते हैं। इन अधिकारियों का ग्रेड पे बढ़ाने से उन्हें अपने कर्तव्यों को प्रभावी रूप से निभाने में मदद मिलेगी।

हालांकि, इस फैसले से नगर विकास विभाग पर अतिरिक्त भार पड़ेगा, लेकिन लंबे समय में इससे विभागीय कार्यकुशलता और कर्मचारियों के बीच तालमेल बढ़ने की संभावना है। जल्द ही नगर विकास विभाग द्वारा शासनादेश जारी किया जा सकता हैं।

रूस ने तैनात किया 'शैतान-II', दुनिया में हड़कंप

न्यूज डेस्क: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक आदेश ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया हैं। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस की परमाणु क्षमता को मजबूत करने के लिए "शैतान-2" मिसाइल की तैनाती का आदेश दिया है, जो दुनिया की सबसे घातक परमाणु मिसाइलों में से एक मानी जाती है। 

खबर के अनुसार यह कदम उस समय उठाया गया है जब पश्चिमी देश यूक्रेन को परमाणु हथियारों से लैस करने की बात कर रहे थे। इस तैनाती के आदेश से दुनिया भर में हड़कंप मच गया है, क्योंकि शैतान-2 मिसाइल की क्षमता इतनी विशाल है कि यह पूरे यूरोप और अमेरिका तक को निशाना बना सकती है। 

दरअसल क्रेमलिन ने पहले ही दुनिया को चेतावनी दी थी कि यदि यूक्रेन को परमाणु हथियार मिलते हैं, तो यह कदम वैश्विक विनाश का कारण बन सकता है। पुतिन ने इसे एक 'पागल' विचार बताया है जो दुनिया को परमाणु युद्ध के कगार पर ले जाएगा। 

बता दें की यह स्थिति न केवल रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को और बढ़ा देती है, बल्कि वैश्विक शांति के लिए भी खतरे की घंटी है, क्योंकि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से दुनिया भर में विनाश की संभावना बढ़ जाती है। "शैतान-2" मिसाइल दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु मिसाइल हैं, जिसकी रेंज 18000 किलोमीटर हैं।

सीएम योगी ने 16 इंजीन‍ियर्स को किया सस्‍पेंड

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरदोई जिले में सड़कों के निर्माण में हुए घोटाले के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार ने 16 अभियंताओं को निलंबित कर दिया है, जिनमें एक अधीक्षण अभियंता और दो अधिशासी अभियंता शामिल हैं।

खबर के अनुसार यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के अक्टूबर में दिए गए आदेश के बाद की गई, जब उन्होंने प्रदेश के दस जिलों में बन रही सड़कों की जांच कराने के निर्देश दिए थे। इसके तहत लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने हरदोई जिले में विभिन्न सड़कों के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच की। 

बता दें की इन सड़कों के जांच के दौरान यह सामने आया कि मानकों के अनुरूप सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया था, जिसके चलते इन अभियंताओं पर गाज गिरी हैं। निलंबन के बाद इन अभियंताओं को लोक निर्माण विभाग मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हरदोई जिले में निलंबित होने वाले अभियंताओं में तत्कालीन अधीक्षण अभियंता सुभाष चंद्र, अधिशासी अभियंता सुमंत कुमार और शरद कुमार मिश्रा शामिल हैं। इसके अलावा निर्माण खंड-1 के सहायक अभियंता राजवीर सिंह, संतोष कुमार पांडे, जीएन सिंह और प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता रितेश कटियार और कृष्णकांत मिश्रा को भी निलंबित किया गया है।

यूपी में बिजली निजीकरण के लिए 5 नई कंपनियां

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (UPPCL) के प्रबंधन ने राज्य के विद्युत वितरण क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों को तोड़कर 5 नई कंपनियां बनाने पर सहमति जताई है। यह निर्णय उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने और वितरण नेटवर्क के संचालन को अधिक कुशल बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। 

खबर के अनुसार प्रदेश के पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों को अलग-अलग भागों में विभाजित कर पांच नई कंपनियां बनेगी। पूर्वांचल में तीन कंपनियां बनाई जाएंगी, जबकि दक्षिणांचल में दो कंपनियां बनाई जाएंगी। इन कंपनियों का गठन उपभोक्ताओं के बढ़ते दबाव, विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार और प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने के लिए किया गया है। प्रत्येक कंपनी को 30-35 लाख उपभोक्ताओं की जिम्मेदारी दी जाएगी।

यह कदम बिजली वितरण की दक्षता को बढ़ाने और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है। बड़ी वितरण कंपनियों की तुलना में छोटे निगम बेहतर तरीके से समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और क्षेत्रीय आधार पर सुविधाओं की पहुंच को सुनिश्चित कर सकते हैं। इससे उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति में सुधार और लोड शेडिंग जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।

पांच कंपनियों के गठन से कई फायदे हो सकते हैं:

प्रशासनिक सुधार: छोटे निगमों के संचालन में सरलता और दक्षता आएगी, जिससे अधिकारियों को क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान करने में मदद मिलेगी।

बेहतर उपभोक्ता सेवा: क्षेत्रीय आधार पर काम करने वाली कंपनियां उपभोक्ताओं की समस्याओं को शीघ्र हल कर सकती हैं, जिससे बिजली आपूर्ति में सुधार होगा।

निवेश और बुनियादी ढांचे में सुधार: नए निगमों को अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए निवेश मिलेगा, जिससे वितरण नेटवर्क का विस्तार और उन्नति होगी।

जवाबदेही में वृद्धि: छोटे निगमों के द्वारा सेवा वितरण के कार्यों में जवाबदेही बढ़ेगी और उपभोक्ताओं के लिए पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

अहमदाबाद: Asst Commandant के 140 पदों पर भर्ती

अहमदाबाद: Asst Commandant के 140 पदों पर भर्ती निकली हैं। ये भर्ती Indian Coast Guard के द्वारा निकाली गई हैं। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल पर नोटिश जारी किया गया हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार प्रकाशित नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करें।

पद का नाम : Assistant Commandant General Duty & Technical (Engineering & Electrical/ Electronics) 2026 Batch.

पदों की संख्या : कुल 140 पद।

योग्यता : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता पदों के अनुसार Bachelor’s Degree, Degree (Engineering) आदि होनी चाहिए। 

आयु सीमा : इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष निर्धारित किया गया हैं। 

आवेदन शुल्क :  Other Candidates के लिए आवेदन शुल्क 300/- रुपया, जबकि SC/ ST Candidates के लिए आवेदन शुल्क Nil.

चयन प्रक्रिया : इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन टेस्ट और शारीरिक योग्यता के आधार पर किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें।

आवेदन प्रक्रिया : आप आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर नोटिश को पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन को पूरा करें। 

आधिकारिक वेबसाइट : https://joinindiancoastguard.cdac.in/cgcat/

आवेदन की अंतिम तिथि : 24 दिसंबर 2024

पुरुषों के 'वीर्य' का इतना अधिक महत्व क्यों है?

हेल्थ डेस्क: पुरुषों के वीर्य (semen) का महत्व विभिन्न संदर्भों में देखा जाता है, और इसके कारण कई सांस्कृतिक, जैविक और धार्मिक कारण जुड़े हुए हैं। वीर्य का महत्व जीवन के सृजनात्मक पहलू, जैविक आवश्यकताएँ, और मानसिक व शारीरिक शक्ति से जुड़ा हुआ है।

1. प्रजनन और जीवन का निरंतरता। 

वीर्य का प्रमुख कार्य अंडाणु (egg) से मिलकर गर्भावस्था की शुरुआत करना होता है। इस प्रकार, वीर्य मानव जीवन के प्रजनन के लिए आवश्यक है और यह नए जीवन की शुरुआत का आधार होता है।

इसके माध्यम से पुरुष अपनी जैविक विशेषताओं और गुणों को अगली पीढ़ी तक पहुँचाते हैं, जो कि प्रजाति के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है।

2. जैविक दृष्टिकोण(लड़क, लड़की का निर्माण)

वीर्य में पुरुष के गुणसूत्र (chromosomes) होते हैं जो संतति के लिंग, शारीरिक संरचना और अन्य जैविक विशेषताओं को निर्धारित करते हैं। यहीं तय करते हैं की लड़का पैदा होगा या लड़की।

3. धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व। 

कई संस्कृतियों और धार्मिक परंपराओं में वीर्य को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इसे जीवन शक्ति, ऊर्जा और सृजनात्मकता से जोड़कर देखा जाता है।

हिंदू धर्म में, वीर्य को रचनात्मक ऊर्जा के रूप में पूजा जाता है, और इसका संरक्षण या सही दिशा में उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

बौद्ध और तांत्रिक परंपराओं में भी वीर्य को आत्मिक उन्नति और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए इसे खास माना जाता हैं।

4. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य। 

वीर्य का स्वास्थ्य और गुणवत्ता शारीरिक स्वास्थ्य की स्थिति को भी दर्शाते हैं। अगर पुरुष का वीर्य स्वस्थ होता है, तो यह सामान्यत: उसकी समग्र स्वास्थ्य की स्थिति को संकेत करता है।

कुछ पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में वीर्य का महत्व इस प्रकार भी है कि इसका संरक्षण मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि करता है।

5. समाज में मान्यता और भूमिका।

समाज में वीर्य को एक प्रकार की ताकत के रूप में देखा जाता है। इसे संतान पैदा करने की शक्ति और पुरुष के प्रजनन क्षमता के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया जाता है।

कुछ समाजों में यह माना जाता है कि पुरुष जितना अधिक वीर्य का संरक्षण करेंगे, उतनी ही उनकी शक्ति, सम्मान और ऊर्जा बढ़ेगी।