भारत के राफेल और चीन के जे-20 में कौन ताकतवर

न्यूज डेस्क: भारत का राफेल और चीन का जे-20 दोनों ही अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हैं, लेकिन इनकी डिजाइन, क्षमताएं और कार्यक्षेत्र अलग-अलग हैं। राफेल ज्यादा बहुपरकारी फाइटर जेट है और यह विभिन्न प्रकार के मिशन जैसे वायु-से-भूमि, वायु-से-वायु युद्ध, और स्ट्राइक अभियानों के लिए उपयुक्त है। हालांकि, जे-20 स्टेल्थ और एयर डॉमिनेंस पर ध्यान केंद्रित करता है।

1. विमान का प्रकार:

राफेल: यह एक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है, जिसे Dassault Aviation ने डिजाइन किया है। यह हवा से हवा, हवा से ज़मीन और समुद्र में युद्ध में सक्षम हैं।

जे-20: यह स्टेल्थ फाइटर है, जो मुख्य रूप से वायु श्रेष्ठता के लिए डिजाइन किया गया है। इसे चाइना एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन (AVIC) द्वारा विकसित किया गया है और यह खासतौर पर एयर डॉमिनेंस के लिए तैयार किया गया है।

2. स्टेल्थ तकनीकी:

राफेल: राफेल में स्टेल्थ विशेषताएं हैं, लेकिन यह पूरी तरह से स्टेल्थ विमान नहीं है। यह राडार से बचने के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन इसकी स्टेल्थ क्षमता जे-20 जितनी उन्नत नहीं है।

जे-20: जे-20 एक पूर्ण स्टेल्थ विमान है, जो राडार पर अधिक कठिन दिखाई देता है। इसका डिज़ाइन स्टेल्थ तकनीकी के लिहाज से अधिक उन्नत है, जिससे यह कम रडार सिग्नेचर उत्पन्न करता है।

3. हथियार प्रणाली:

राफेल: राफेल अत्यधिक सक्षम मिसाइल प्रणाली के साथ आता है, जिसमें मेटेओर, अम्बीडक्स, और SCALP जैसी मिसाइलें शामिल हैं। यह हवा से हवा और हवा से ज़मीन दोनों प्रकार के हमलों के लिए सक्षम है।

जे-20: जे-20 की मिसाइल क्षमता भी मजबूत है, खासतौर पर इसकी PL-15 और PL-10 जैसी लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए। ये मिसाइलें हवा से हवा की लड़ाई में सक्षम हैं, लेकिन इसकी रेंज राफेल की तुलना में कम है।

4. स्पीड और रेंज:

राफेल: राफेल की अधिकतम गति लगभग 2.0 माच (लगभग 2,450 किमी/घंटा) है। इसकी उड़ान रेंज लगभग 3,700 किमी है, जिससे यह लंबी दूरी तक मिशन में सक्षम है।

जे-20: जे-20 की अधिकतम गति लगभग 2.0 माच तक है, लेकिन इसकी रेंज राफेल से कम है, जो करीब 1,200 किमी तक होती है। हालांकि, इसकी एयर-टू-एयर रेंज पर खास ध्यान दिया गया है।

5. एवियोनिक्स और सेंसर:

राफेल: राफेल अत्याधुनिक RBE2 AESA राडार और OSF IRST (ऑप्टिकल सर्च और ट्रैकिंग) प्रणाली से लैस है, जिससे यह दुश्मन के विमानों और मिसाइलों का पता लगाने में सक्षम है।

जे-20: जे-20 में AESA राडार और IRST की समान तकनीक है, लेकिन यह राफेल के मुकाबले एक अलग और उन्नत राडार प्रणाली के साथ आता है, जिससे इसकी स्टेल्थ और अवलोकन क्षमता बेहतर होती है।

6. उड़ान और संचालन क्षमता:

राफेल: राफेल को विकट परिस्थितियों में भी संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह छोटे हवाई पट्टियों पर भी उतरने और उड़ान भरने के लिए सक्षम है, जिससे यह समुद्र और पर्वतीय इलाकों में आसानी से ऑपरेट हो सकता है।

जे-20: जे-20 को ज्यादा लंबी दूरी के मिशन और एयर डॉमिनेंस के लिए डिजाइन किया गया है। यह बड़े एयरबेस से ऑपरेट होता है, लेकिन इसकी लैंडिंग और टेकऑफ क्षमता भी आधुनिक है।

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