यूपी में बनेगा चार लेन का पहला डिजिटल हाईवे

न्यूज डेस्क: भारत में डिजिटल हाईवे की अवधारणा एक नई और महत्वपूर्ण पहल है, जो सड़कों के निर्माण और प्रबंधन के तरीके को पूरी तरह से बदलने वाली है। यूपी में बाराबंकी और बहराइच के बीच बनने वाला डिजिटल हाईवे इसका प्रमुख उदाहरण है। यह हाईवे ना केवल एक सड़क होगा, बल्कि एक तकनीकी प्लेटफार्म के रूप में काम करेगा, जो यातायात की सुरक्षा, कनेक्टिविटी, और समग्र यात्रा अनुभव को बेहतर बनाएगा।

डिजिटल हाईवे की परिभाषा

डिजिटल हाईवे या सड़कें वे प्लेटफार्म हैं जो आधुनिक तकनीक, डाटा और कनेक्टिविटी का उपयोग करके सड़क नेटवर्क को और अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाती हैं। ये हाईवे सिर्फ सड़क के निर्माण तक सीमित नहीं होते, बल्कि इसमें स्मार्ट तकनीकों का समावेश किया जाता है, जो यातायात की निगरानी, दुर्घटनाओं की रोकथाम, और बेहतर यात्रा अनुभव सुनिश्चित करती हैं।

यूपी में बनने वाला पहला डिजिटल हाईवे

उत्तर प्रदेश में बाराबंकी और बहराइच के बीच बनने वाला डिजिटल हाईवे, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा शुरू की गई एक बड़ी परियोजना है। यह हाईवे लगभग 101 किलोमीटर लंबा और चार लेन का होगा। इस हाईवे को विशेष रूप से ऑप्टिक फाइबर केबल के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे इसे इंटरनेट और अन्य डिजिटल सेवाओं से कनेक्ट किया जा सकेगा।

एनएचएआई ने पहले ही इस हाईवे का सर्वे शुरू कर दिया है, और सर्वे रिपोर्ट के बाद परियोजना का विस्तृत अनुमान तैयार किया जाएगा। यह हाईवे लखनऊ, श्रावस्ती एयरपोर्ट, नेशनल हाईवे-27 और भारत-नेपाल सीमा से भी जुड़ा होगा, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा। मार्च 2025 से इस हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने की योजना है, और परियोजना के पूरा होने के बाद यह हाईवे उत्तर प्रदेश में डिजिटल कनेक्टिविटी को एक नई दिशा देगा।

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