नियमित दौड़ से 'यौन पावर' में वृद्धि, शीघ्रपतन दूर

हेल्थ डेस्क: हमारे जीवन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आपस में गहरा संबंध है। यदि हम शारीरिक फिटनेस की बात करें तो यह न केवल शरीर को तंदुरुस्त रखता है, बल्कि हमारी मानसिक स्थिति और यौन जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। हाल ही में हुए एक शोध से यह बात सामने आई है कि नियमित रूप से दौड़ लगाने वाले पुरुषों का यौन जीवन उन पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक सक्रिय और संतुष्ट होता है, जो दौड़ नहीं लगाते।

हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन और दौड़:

वैज्ञानिकों का मानना है कि नियमित दौड़ से शरीर में टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो पुरुषों की यौन सक्रियता को प्रभावित करता है। टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का संबंध केवल यौन क्रियाओं से ही नहीं है, बल्कि यह रक्त संचरण, मांसपेशियों के विकास, मूड, एकाग्रता और याद्दाश्त जैसी शारीरिक और मानसिक गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टेस्टोस्टेरॉन का स्तर बढ़ने से पुरुषों में ऊर्जा, सहनशक्ति, और यौन क्रियाओं के प्रति उत्साह में वृद्धि होती है।

नियमित दौड़ और शीघ्रपतन:

अगर हम दौड़ और यौन जीवन के बीच संबंधों को देखें, तो यह स्पष्ट होता है कि शारीरिक सक्रियता, विशेष रूप से दौड़, यौन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है। दौड़ से शरीर के विभिन्न अंगों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है। इससे पुरुषों की यौन क्षमता में वृद्धि होती है और शीघ्रपतन भी दूर होता हैं।

दौड़ का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव:

दौड़ से न केवल शारीरिक लाभ होते हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। दौड़ के दौरान शरीर में एंडोर्फिन (हैप्पी हार्मोन) का स्तर बढ़ता है, जो तनाव को कम करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह सभी मानसिक लाभ एक व्यक्ति को अपने यौन जीवन में भी सकारात्मक रूप से अनुभव होते हैं। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ और खुश रहता है, तो उसका यौन जीवन भी अधिक सक्रिय और संतुष्ट रहता है।

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