ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कुछ सरकार की कमियां और कुछ कोरोना की मार के कारण बहाली प्रक्रिया रुकी हुई हैं। कई नियुक्तियां तो कोरोना आने से पहले से ही अटकी हुई हैं। कुछ नौकरियां 2 से 6 वर्षों से अटकी हुई हैं। अभी तक भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई हैं।
बिहार में हर साल नौकरी की चाहत रखने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही हैं। लेकिन नौकरी निकलना तो दूर पहले से निकली नौकरी की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पा रही हैं। इससे युवाओं में बेरोजगारी की समस्या तेजी के साथ बढ़ती जा रही हैं।
बिहार में 40 हजार से अधिक पदों पर बहाली अटकी, जानिए
सिपाही 8500 पद, फियरमैन 2380 पद, टेक्नीशियन 1700 पद,
प्रारंभिक शिक्षक 90762 पद, हाई स्कूल शिक्षक 30,000 पद,
सहायक प्रोफेसर 4638 पद, तृतीय वर्ग कर्मचारी 13,000 पद,
सिविल इंजीनियर 1264 पद, न्यायाधीश 221 पद, एपीपी 553 पद,
64 वीं बीपीएससी 1465 पद, 65 वीं बीपीएससी 434 पद, 66 वीं बीपीएससी 562 पद,
डॉक्टर 5500 पद, इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षक 2095 पद, पॉलिटेक्निक कॉलेजों के शिक्षक 1182 पद,
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