खबर के अनुसार गोरखपुर के अलग-अलग अस्पतालों में ढाई सौ से अधिक मरीज रैपिड जांच के आधार पर डेंगू बुखार का इलाज करा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के सरकारी रिकॉड में गोरखपुर में अभी तक डेंगू के 25 मरीज मिले हैं।
आपको बता दें की गोरखपुर में ज्यादातर लोग निजी पैथोलाजी में रैपिड जांच कराकर अपना इलाज करा रहे हैं। जिसके कारण यहां डेंगू मरीजों की संख्या का सही अनुमान नहीं लग पा रहा है। ऐसे में आपको डेंगू से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
मिली जानकारी के अनुसार गोरखपुर के रेलवे कालोनियाें में डेंगू के 70 फीसद मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन को दो बार पत्र लिखकर इन इलाकों में एंटी लार्वल के छिड़काव करने को कहा हैं।
डेंगू के लक्षण: तेज बुखार होगा, सिर दर्द करना, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द आदि हो तो आप डॉक्टर की सलाह लें।
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