कुबेर अष्टा लक्ष्मी मंत्र: ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
आपको बता दें की इस बार धनतेरस ग्रहों और योगों के शुभ संयोग से और भी खास बन रहा है। ऐसे में आप अपने घर में गंगाजल छिड़करकर भगवान धन्वंतरि, माता महालक्ष्मी और भगवान कुबेर की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें। साथ ही साथ शुभ मुहूर्त पर पूजा करें और कुबेर अष्टा लक्ष्मी मंत्र का जाप करें।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त: शाम 05:39 से रात 8:14 बजे तक विशेष शुभ मुहूर्त है।
धनतेरस के मौके पर कुबेर मंत्र के जाप करने से इंसान को सुख और समृद्धि प्राप्त होता हैं। साथ ही साथ जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती हैं। इससे जीवन में खुशहाली आती और बिजनेस व्यापार तथा नौकरी के छेत्र में तरक्की मिलती हैं।
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