एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ दो जिलों पूर्णिया और पश्चिम चम्पारण में सर्वाधिक 81 फीसदी रोपनी हुई है। इसके अलावे राज्य के सभी जिलों में अभी तक पानी की कमी के कारण धान की रोपनी नहीं हुई हैं। इससे राज्य के किसान काफी चिंतित हैं।
बता दें की अगर अगले 10 दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो किसानों के करीब 81 अरब रुपये डूब जाएंगे। हालांकि सरकार ने धान के पटवन के लिए डीजल अनुदान देने का फैसला किया हैं। लेकिन फिर भी बारिश नहीं होने से किसान को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं।
बिहार के लखीसराय, भागलपुर, बांका, नालंदा समेत 16 जिलों में सूखे का खतरा?
अरवल, औरंगाबाद, , बांका, भागलपुर, भोजपुर, गया, गोपालगंज, जहानाबाद, कटिहार, लखीसराय, नालंदा, नवादा, रोहतास, सारण, शेखपुरा, शिवहर।

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