खबर के अनुसार बिहार में जितने भी मंदिर हैं उन मंदिरों की घेराबंदी के लिए सर्वे का काम किया जायेगा। साथ ही साथ मंदिरों की पूरी डिटेल्स एकत्रित की जाएगी। बता दें की चहारदीवारी के लिए उन सभी मंदिरों का सर्वेक्षण कराया जाएगा, जहां श्रद्धालु पूजा करने पहुंचते हैं।
बता दें की बिहार में वर्ष 2016 से ही 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिर जो धार्मिक न्यास परिषद से जुड़े हुए हैं, उनकी चहारदीवारी के निर्माण किया जा रहा हैं। लेकिन अभी भी राज्य के कई मंदिर ऐसे हैं जिनकी चहारदीवारी नहीं बन पाई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सरकार जल्द ही मंदिरों की चहारदीवारी का निर्माण कराएगी। सरकार ने इससे पहले मंदिर के नाम जितने भी जमीन हैं उसकी खरीद बिक्री पर रोक लगा दी हैं। यह जमीन उस मंदिर के भगवान के नाम किया जा रहा हैं।

0 comments:
Post a Comment