खबर के अनुसार बक्सर थर्मल पावर स्टेशन की दोनों इकाइयां 2023 में ही शुरू होना था। लेकिन किसान आंदोलन और कई अन्य अड़चनों के कारण यह शुरू नहीं हो सका। लेकिन इस साल ये दोनों इकाईयां शुरू होगी और राज्य में बिजली की किल्लत समाप्त हो जाएगी।
बता दें की बक्सर थर्मल पावर स्टेशन में पहले से दो इकाईयों का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं। वहीं यहां 660 मेगावाट की ही तीसरी यूनिट की भी स्वीकृति मिल चुकी है। इन तीनों इकाईयों के निर्माण होने के बाद पूरे राज्य को भरपूर बिजली मिलेगी।
दरअसल एसजेवीएन थर्मल पावर लिमिटेड की इस परियोजना में 660 मेगावाट की एक यूनिट का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया हैं। जबकि 660 मेगावाट की क्षमता की दूसरी यूनिट का काम भी तेजी से चल रहा है। वहीं, 660 मेगावाट की ही तीसरी यूनिट की भी स्वीकृति भी मिल गई हैं।
0 comments:
Post a Comment