भारत को जल्द मिलेगा 'Tejas Mk-2' की ताकत

नई दिल्ली: भारत को जल्द ही अपनी वायुसेना के लिए 'Tejas Mk-2' लड़ाकू विमान का एक महत्वपूर्ण संस्करण मिलने की उम्मीद है। 'Tejas Mk-2' एक सुपरसोनिक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है, जिसे हल्का और अत्याधुनिक युद्धक विमान बनाने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है।

बात दें की 'Tejas Mk-2' का विकास भारत की रक्षा स्वावलंबन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत अपनी जरूरतों के हिसाब से लड़ाकू विमानों के निर्माण में आत्मनिर्भर बन रहा है, जो विदेशी आयात पर निर्भरता को कम करेगा और रक्षा उद्योग को बढ़ावा देगा।

'Tejas Mk-2' की क्या होगी ताकत?

1 .आधुनिक एवियोनिक्स और रडार सिस्टम: Tejas Mk-2 में अत्याधुनिक एवियोनिक्स और रडार तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। जो इसे आसपास के एयरस्पेस में गतिविधियों को सटीकता से ट्रैक करने और दुश्मन के विमान को भेदने की क्षमता देगा।

2 .बेहतर इंजन और ताकतवर प्रदर्शन: Tejas Mk-2 में एक अधिक शक्तिशाली इंजन होगा। यह इंजन विमान को उच्च गति, लंबी रेंज, और बेहतर गतिशीलता (maneuverability) प्रदान करेगा। इससे विमान की समग्र प्रदर्शन क्षमता में सुधार होगा।

3 .बड़े आकार और हथियारों की क्षमता: Tejas Mk-2 का आकार Tejas Mk-1 से बड़ा होगा, जिससे यह अधिक हथियारों को लेकर उड़ सकता है। इसमें पंखों पर अधिक हथियार सॉकेट होंगे, जो इसे अधिक मिसाइल, बम और अन्य युद्ध सामग्री ले जाने की क्षमता देंगे।

4 .सुपर क्रूज़िंग क्षमता (Supercruise): Tejas Mk-2 में सुपर क्रूज़िंग की क्षमता हो सकती है, जिसका मतलब है कि विमान बिना afterburners का उपयोग किए लंबी दूरी तक सुपरसोनिक गति से उड़ सकता है। यह क्षमता इसे अधिक ईंधन दक्षता और दुश्मन से बचने के दौरान उच्च गति बनाए रखने में मदद करेगी।

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