खबर के अनुसार इस योजना का उद्देश्य मांग और आपूर्ति में संतुलन स्थापित करना है, ताकि आम आदमी के लिए दाल और तेल की कीमतें स्थिर रहें। इस योजना में खासतौर पर दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए मिनी किट का निःशुल्क वितरण किया जाएगा।
बता दें की प्रदेश के किसानों को सरकार के द्वारा उर्द, मूंग, अरहर, चना, मटर, मसूर जैसे दलहन फसलों के बीज और तिल, मूंगफली, राई/सरसों, अलसी जैसे तिलहन फसलों के बीज दिए जाएंगे हैं। इसके अलावा, प्रगतिशील किसानों के खेतों में प्रदर्शन (डिमांस्ट्रेशन) और किसान पाठशालाओं के माध्यम से उन्नत खेती के तरीकों की जानकारी दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना, यूपी एग्रीज योजना के साथ मिलकर दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करेगी। खासकर, झांसी और आस-पास के क्षेत्रों में मूंगफली की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए क्लस्टर विकसित करने की योजना है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को नए कृषि तकनीकों से परिचित कराना और उनकी उपज बढ़ाना है, जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

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