अमेरिका की सैन्य श्रेष्ठता कायम, चीन-भारत में कड़ी टक्कर

नई दिल्ली: ग्लोबल फायरपावर (Global Firepower) द्वारा जारी की गई 2025 की रैंकिंग में अमेरिका ने अपनी सैन्य श्रेष्ठता बनाए रखी है, जबकि चीन और भारत के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है। इस रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका पहले स्थान पर है, जबकि रूस और चीन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर काबिज हैं। भारत ने भी अपनी बढ़ती सैन्य शक्ति के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया है।

अमेरिका की सैन्य ताकत

ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग 2025 में अमेरिका नंबर 1 पोजिशन पर है, और इसका पावर इंडेक्स 0.744 है। अमेरिका की सैन्य ताकत का आकलन उसकी अत्याधुनिक तकनीकी क्षमताओं, विशाल वित्तीय संसाधनों और वैश्विक सैन्य प्रभाव के आधार पर किया गया है। अमेरिका के पास उन्नत युद्धक विमान, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और विश्वभर में सैन्य अड्डे हैं, जो इसे सबसे ताकतवर देश बनाते हैं। रूस और चीन भी अपनी सैन्य ताकत के साथ शीर्ष पोजिशन पर कायम हैं, लेकिन अमेरिका की सैन्य रणनीति और संसाधन इसे अन्य देशों से कहीं आगे रखती है।

रूस और चीन की स्थिति

रूस और चीन दोनों का पावर इंडेक्स 0.788 है, और ये दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। रूस की सैन्य ताकत में गिरावट हुई हैं, इसके पास एक विशाल परमाणु शस्त्रागार और अत्याधुनिक आर्मी इक्विपमेंट्स हैं। चीन भी तेजी से अपनी सैन्य ताकत में वृद्धि कर रहा है, खासकर अपनी नौसैनिक और एयरोस्पेस क्षमताओं के मामले में। हालांकि, चीन की वैश्विक सैन्य पहुंच अमेरिका के मुकाबले अभी भी सीमित है।

भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति

भारत ने सैन्य शक्ति के मामले में चौथे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत की है, जिसका पावर इंडेक्स 0.1184 है। यह रैंकिंग भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं, उन्नत हथियारों और भौगोलिक स्थिति को दर्शाती है, जो इसे वैश्विक सैन्य संदर्भ में महत्वपूर्ण बनाती है। भारत के आर्मी बजट में लगातार वृद्धि हो रही है, और इसके रक्षा प्रणाली में हो रहे सुधार ने इसे टॉप-5 में बनाए रखने में मदद की है। भारत के पास एक बड़ा और विविध सैन्य बल है, जिसमें उच्च तकनीकी क्षमताओं वाले युद्धक विमान, टैंक और अन्य हथियार शामिल हैं।

0 comments:

Post a Comment