1. सैन्य बजट:
अमेरिका का सैन्य बजट दुनिया में सबसे बड़ा है। 2024 में अमेरिका का रक्षा बजट लगभग 800 अरब डॉलर (लगभग 35 लाख करोड़ रुपये) था, जो दुनिया के कुल सैन्य खर्च का लगभग 40% है। यह बजट अमेरिकी सेना, नौसेना, वायुसेना, और अन्य रक्षा सेवाओं को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस करने, सैनिकों की तैनाती, और वैश्विक सैन्य संचालन को समर्थन देने में खर्च होता है।
2. बॉम्बर्स (Bombers):
अमेरिका के पास कुछ दुनिया के सबसे शक्तिशाली और उन्नत बमवर्षक विमान हैं, जो लंबी दूरी तक रणनीतिक हमले करने में सक्षम हैं।
B-2 स्पिरिट: अमेरिका के पास 20 B-2 स्पिरिट बॉम्बर हैं। ये "स्टेल्थ" तकनीक से लैस हैं, जिससे यह दुश्मन के रडार से बच सकते हैं। B-2 एक परमाणु हमले को भी अंजाम देने में सक्षम है।
B-52 स्ट्रैटिफॉयर: B-52 दुनिया के सबसे पुराने लेकिन सबसे भरोसेमंद बमवर्षकों में से एक है। अमेरिका के पास 76 B-52 बॉम्बर हैं, जो लंबी दूरी के मिशनों और परमाणु हमलों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
3. फाइटर जेट्स (Fighter Jets):
अमेरिका की वायुसेना अत्याधुनिक फाइटर जेट्स से लैस है, जो हवा से हवा और हवा से जमीन हमलों में अत्यधिक सक्षम हैं।
F-35 लाइटनिंग II: अमेरिका के पास लगभग 1000 से ज्यादा F-35 फाइटर जेट्स हैं। यह दुनिया का सबसे आधुनिक स्टेल्थ फाइटर विमान है, जिसे वायुसेना, नौसेना और मरीन कोर के द्वारा संचालित किया जाता है।
F-22 रैप्टर: F-22 रैप्टर भी एक स्टेल्थ तकनीक से लैस पांचवीं पीढ़ी का फाइटर विमान है। अमेरिका के पास लगभग 183 F-22 फाइटर जेट्स हैं, जो हवा से हवा की लड़ाई में माहिर हैं।
4. परमाणु पनडुब्बियाँ (Nuclear Submarines):
अमेरिका के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु पनडुब्बियाँ हैं, जो समुद्र के भीतर से परमाणु हमले करने की क्षमता रखती हैं।
ओहायो क्लास: अमेरिका के पास 14 ओहायो क्लास की परमाणु पनडुब्बियाँ हैं। ये पनडुब्बियाँ परमाणु मिसाइलों से लैस होती हैं और इनकी लंबी दूरी की क्षमता उन्हें बहुत प्रभावी बनाती है।
वीरजीनिया क्लास: 2025 तक, अमेरिकी नौसेना के पास 30 वीरजीनिया क्लास की परमाणु पनडुब्बियाँ होंगी। ये पनडुब्बियाँ न केवल परमाणु हमलों के लिए सक्षम हैं, बल्कि ये गहरे समुद्र में गुप्त संचालन करने के लिए भी उपयोगी हैं।
5. एयरक्राफ्ट कैरियर्स (Aircraft Carriers):
अमेरिका की नौसेना में दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली एयरक्राफ्ट कैरियर्स हैं। ये युद्धपोत हवा में विमानों को लांच करने और दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता रखते हैं। अमेरिका के पास 11 विमान वाहक पोत हैं, जिनमें Nimitz और Ford क्लास शामिल हैं। इन एयरक्राफ्ट कैरियर्स पर 90 से 100 विमानों की तैनाती की जाती है, जो युद्धक्षेत्र में त्वरित प्रतिक्रिया देने में सक्षम होते हैं।
6. परमाणु हथियार (Nuclear Weapons):
अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे उन्नत परमाणु शक्ति है, और इसका परमाणु शस्त्रागार अत्यधिक प्रभावशाली है। अमेरिका के पास लगभग 5,800 परमाणु वारहेड्स हैं, जिनमें से लगभग 1,750 सक्रिय रूप से तैनात हैं। अमेरिका की परमाणु क्षमता वैश्विक सुरक्षा पर भारी प्रभाव डालती है, और यह इसे रणनीतिक हथियारों के मुकाबले में प्रमुख बनाती है।
7. लंबी दूरी की मिसाइलें (Intercontinental Ballistic Missiles - ICBMs):
अमेरिका के पास लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जो 10,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक परमाणु हमले कर सकती हैं। अमेरिका के पास लगभग 400 मिनीटमैन III ICBMs हैं, जो पूरे दुनिया में किसी भी लक्ष्य पर हमला करने की क्षमता रखते हैं।
8. सैन्य अड्डे और वैश्विक उपस्थिति:
अमेरिका का सैन्य तंत्र दुनिया भर में फैला हुआ है, और इसके सैन्य अड्डे वैश्विक शक्ति को बनाए रखने में मदद करते हैं। अमेरिका के लगभग 750 सैन्य अड्डे 80 से अधिक देशों में स्थित हैं। ये अड्डे अमेरिकी सैन्य के लिए वैश्विक तैनाती और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता प्रदान करते हैं। इनमें यूरोप, एशिया, मध्य पूर्व, और अफ्रीका के प्रमुख क्षेत्रों में तैनाती शामिल हैं।
9. स्पेस और साइबर युद्ध क्षमता:
अमेरिका ने अपनी सैन्य ताकत को स्पेस और साइबर युद्ध में भी बढ़ाया है। 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा स्पेस फोर्स की स्थापना की गई थी। यह अमेरिकी सैन्य को अंतरिक्ष में सुरक्षा बनाए रखने और किसी भी तरह के अंतरिक्ष-आधारित हमलों का मुकाबला करने में सक्षम बनाती है।
साइबर युद्ध: अमेरिका का साइबर युद्ध खंड भी अत्यधिक विकसित है। इसका साइबर कमांड साइबर हमलों का जवाब देने और दुश्मन की साइबर प्रणालियों को नष्ट करने में सक्षम है।
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