आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए नए अनुमान: AAP, जो 2015 में एक ऐतिहासिक जीत हासिल कर दिल्ली में सत्ता में आई थी, और 2020 में भी अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखी, अब एक बार फिर सत्ता में आने के लिए संघर्ष कर रही है। पहले के अनुमानों में AAP को 37-39 सीटों का आंकड़ा मिला था, लेकिन अब ताजा अनुमान 39-41 सीटों के बीच हैं।
AAP के पक्ष में महिलाओं का बड़ा वोट बैंक देखा जा रहा है, जो पार्टी के पक्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। पार्टी ने बिजली, पानी और मोहल्ला क्लिनिक जैसी योजनाओं को महिलाओं के बीच लोकप्रिय बनाने में सफलता पाई है। यदि यह लीड बनी रहती है, तो AAP सरकार बनाने में सफल हो सकती है, भले ही उनकी सीटों की संख्या में कुछ कमी हो।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए अनुमानों में बदलाव: बीजेपी, जो 1993 से दिल्ली विधानसभा में कोई महत्वपूर्ण जीत हासिल नहीं कर पाई है, इस बार दिल्ली में अपनी स्थिति को मजबूती से स्थापित करने की कोशिश कर रही है। फलौदी सट्टा बाजार के ताजा अनुमानों के अनुसार, बीजेपी को 29-31 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत के आंकड़े 36 से 5-6 सीटें कम हैं।
हालांकि, पहले के अनुमानों में बीजेपी को 25 से 35 सीटों के बीच जीत मिलने का अनुमान था, लेकिन ताजा अनुमानों में थोड़ी सुधार हुई है। पार्टी की रणनीति मुख्य रूप से दिल्ली की मतदाताओं के बीच अपनी पहचान को फिर से स्थापित करने और महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित करने पर केंद्रित है।
कांग्रेस पार्टी का संकट: कांग्रेस, जो दिल्ली विधानसभा और लोकसभा में काफी कमजोर स्थिति में है, इस बार चुनावों में अपनी स्थिति सुधारने के लिए पूरी ताकत से प्रयास कर रही है। कांग्रेस के लिए सट्टा बाजार के अनुमानों में 3 सीटें मिल रही हैं।
पार्टी ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन उन्हें अपनी पुरानी पहचान और मतदाताओं का भरोसा वापस पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। खासकर, लोकसभा चुनावों में INDIA ब्लॉक में अपने सहयोगी AAP से अलग होने के बाद, कांग्रेस के लिए यह चुनाव कठिन हो सकता है।
महिला मतदाताओं की अहम भूमिका: दिल्ली विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। सी-वोटर के फाउंडर ने बताया कि अब तक के सर्वे में पुरुष मतदाताओं के बीच मुकाबला बराबरी पर है, लेकिन महिला मतदाताओं में AAP की लीड बनी हुई है। अगर महिला वोटरों का यह समर्थन कायम रहता है, तो भले ही AAP की सीटों में मामूली गिरावट आए, पार्टी के लिए सरकार बनाना संभव हो सकता है।
अरविंद केजरीवाल की सरकार की योजनाओं जैसे मुफ्त बिजली, पानी, और मोहल्ला क्लिनिक ने महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है, और यह पार्टी की सफलता का एक बड़ा कारण बन सकता है। बीजेपी और AAP दोनों ही महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए रणनीतियाँ बना रही हैं।
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