1. ॐ बृं बृहस्पतये नम:
यह मंत्र बृहस्पति देवता के साथ संबंध को मजबूत करता है और जीवन में ज्ञान, शिक्षा और समृद्धि का मार्ग खोलता है। इस मंत्र के जाप से बृहस्पति का दोष कम होता है और व्यक्ति के जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है।
2. ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:
यह मंत्र विशेष रूप से आकर्षण और सुख-समृद्धि के लिए जपा जाता है। यह बृहस्पति के साथ-साथ लक्ष्मी माता की कृपा को भी आकर्षित करता है। इस मंत्र से न केवल धन की प्राप्ति होती है, बल्कि व्यक्ति की मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।
3. ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:
यह मंत्र बृहस्पति देवता के प्रति विशेष श्रद्धा और आस्था को व्यक्त करता है। इस मंत्र के जाप से गुरू ग्रह के दोष कम होते हैं और व्यक्ति को मानसिक शांति और संतुलन की प्राप्ति होती है।
4. ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:
यह मंत्र बृहस्पति देवता की कृपा से बुद्धिमत्ता और शिक्षा में वृद्धि के लिए अत्यंत प्रभावी है। यह मंत्र विशेष रूप से विद्यार्थियों और उन लोगों के लिए लाभकारी है जो अपनी शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं।
5. ॐ गुं गुरवे नम:
यह मंत्र गुरू की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बृहस्पति देवता को "गुरू" भी कहा जाता है, और इस मंत्र के जाप से गुरू की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। यह मंत्र जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
कैसे करें इन मंत्रों का जाप:
इन मंत्रों का जाप प्रत्येक गुरुवार को करना चाहिए, विशेष रूप से प्रातः काल के समय। 108 बार प्रत्येक मंत्र का जाप करना उत्तम होता है। जाप करते समय शुद्ध मन और भावनाओं से बृहस्पति देवता का ध्यान करें। यदि संभव हो तो पीले वस्त्र पहनें और पीले पुष्पों का उपयोग करें। मंदिर में या घर में ही एक शांत स्थान पर बैठकर इन मंत्रों का जाप करें।
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