कोकोस द्वीप समूह का महत्व
कोकोस द्वीप समूह, ऑस्ट्रेलिया के मुख्य भूमि से लगभग 3,000 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। यह छोटा सा द्वीप समूह, जो केवल 600 लोगों की आबादी वाला है, मलक्का जलडमरूमध्य के पास स्थित होने के कारण अत्यधिक रणनीतिक महत्व रखता है। मलक्का जलडमरूमध्य, जो एशिया और मध्य-पूर्व के बीच मुख्य व्यापार मार्ग है, से होकर चीन का आधे से ज्यादा तेल आयात होता है। इस स्थान की समीपता अमेरिका को यह क्षमता प्रदान करती है कि वह कभी भी मलक्का जलडमरूमध्य को ब्लॉक कर सकता है, जिससे चीन की ऊर्जा आपूर्ति पर संकट आ सकता है।
अमेरिका का सैन्य अड्डा
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि कोकोस द्वीप पर सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास चीन की बढ़ती समुद्री ताकत का मुकाबला करने के लिए किया जा रहा है। चीन ने हिंद महासागर और प्रशांत महासागर में अपनी नौसेना का विस्तार किया है, जिससे अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के हितों को खतरा उत्पन्न हो गया है। पिछले कुछ वर्षों में, विशेष रूप से दक्षिण चीन सागर और आस-पास के क्षेत्रों में चीन की सैन्य गतिविधियाँ तेज हुई हैं, जिनका असर क्षेत्रीय सुरक्षा पर पड़ा है।
इस संदर्भ में, अमेरिका ने कोकोस द्वीप समूह के अलावा फिलीपींस, तिमोर-लेस्ते और पापुआ न्यू गिनी जैसे अन्य स्थानों पर भी सैन्य बुनियादी ढांचे के विकास पर विचार किया है। अमेरिका का लक्ष्य क्षेत्रीय प्रभाव और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाना है ताकि वह चीन की बढ़ती ताकत को काबू में रख सके।
अमेरिकी नौसेना का टेंडर
इस सैन्य अड्डे की योजना का खुलासा हाल ही में अमेरिकी नौसेना द्वारा प्रकाशित एक टेंडर से हुआ है, जिसमें कोकोस द्वीप पर एक सैन्य बेस की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है। इस टेंडर में स्पष्ट रूप से यह उल्लेख किया गया है कि कोकोस द्वीप पर एक नया सैन्य अड्डा विकसित किया जाएगा, जो चीन की पनडुब्बी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा। अमेरिका के इस कदम को देखते हुए, विशेषज्ञों का मानना है कि यह रणनीति भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन को कड़ी चुनौती देने के उद्देश्य से उठाई गई है।
हिंद महासागर में पहले से भी सैन्य अड्डा
हिंद महासागर में पहले से भी अमेरिकी सैन्य अड्डा मौजूद हैं। यह डिएगो गार्सिया में है। यह चागोस द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप है. यह द्वीप, भूमध्य रेखा के ठीक दक्षिण में मध्य हिंद महासागर में स्थित है। यहां अमेरिकी नौसेना मौजूद रहती हैं।
0 comments:
Post a Comment