हेल्थ डेस्क: मेडिकल साइंस की बात करें तो जब किसी व्यक्ति को शीघ्रपतन की समस्या होती हैं तो इससे उनके शरीर के कई अंगों पर गलत प्रभाव पड़ता हैं। जिससे उनके शरीर के अंग कमजोर हो जाते हैं तथा इंसान के शरीर में कई तरह की समस्या जन्म लेने लगती हैं। इसलिए इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
दिमाग :
शीघ्रपतन की समस्या होने पर ज्यादा तर पुरुष तनाव में रहने लगते हैं। जिससे उनके दिमाग में डिप्रेशन की समस्या जन्म ले लेती हैं। जिससे उनके दिमाग के सेल्स कमजोर होने लगते हैं। इससे सोचने समझने की शक्ति भी प्रभावित हो सकती हैं। शीघ्रपतन की समस्या होने पर आप किसी तरह के संकोच किये डॉक्टर की सलाह लें। ये परेशानी ठीक हो जाएगी।
अंडकोष :
शीघ्रपतन की समस्या होने पर इंसान तनाव में रहने लगता हैं। जिससे अंडकोष में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का निर्माण कम जाता हैं। इससे पुरुषों में शारीरिक कमजोरी आ सकती हैं। तथा उन्हें पिता बनने में भी परेशानी हो सकती हैं। इसलिए शीघ्रपतन की समस्या होने पर आप तनाव ना करें तथा अच्छे डॉक्टर की सलाह लें। ये समस्या ठीक हो जाएगी।
डोर्सल भेन :
आपको बता दें की डोर्सल भेन प्राइवेट पार्ट से जुड़ा एक नस होता हैं जो प्राइवेट में इरेक्शन लाता हैं। शीघ्रपतन की समस्या होने पर इस भेन में संकुचन आने लगते हैं। जिससे इसमें ब्लड का सर्कुलेशन रूक जाता हैं। इसलिए आप इस समस्या को नजरअंदाज ना करें। शीघ्रपतन को दूर करने के लिए आप अपने खान पान और फिटनेस पर विशेष ध्यान रखें तथा डॉक्टर की सलाह लें।
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