खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब किसी व्यक्ति के शरीर की सर्जरी के बाद निकाले गए अंग फेंके नहीं जाएंगे। बल्कि उस अंग को एकत्रित किया जायेगा। उस अंग पर मेडिकल कॉलेज के छात्र पढ़ाई करेंगे। इसके लिए कॉलेजों में डेड अंगों का म्यूजियम बनाया जायेगा।
बता दें की उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में आये दिन हजारों की संख्या में लोगों की सर्जरी होती हैं। सर्जरी के बाद डेड अंगों को फेक दिया जाता हैं। लेकिन विभाग ने अब फैसला किया हैं की उस डेड अंगों पर छात्र पढ़ाई करेंगे और उसके डेड होंगे के कारणों के बारें में जानेंगे।
कानपूर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में नॉल, यूट्रस, फीटल समेत 20 अंग संरक्षित किए जाएंगे। साथ ही साथ इनके लिए विभागवार लाइब्रेरी भी बनेगी। इसकी शुरुआत स्त्री रोग विभाग से की जा रही हैं। धीरे-धीरे इसमें विस्तार किया जायेगा।

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