ये है भारत के 7 सबसे शक्तिशाली रडार सिस्टम

नई दिल्ली : रडार वस्तुओं का पता लगाने वाली एक प्रणाली है जो सूक्ष्मतरंगों का उपयोग करती है। इसकी मदद से किसी भी विमान, ड्रोन, मिसाइल आदि का पता लगा सकते हैं। भारत के पास कई तरह के रडार सिस्टम मौजूद हैं। जिसका इस्तेमाल भारत की सेनाएं करती हैं।

ये है भारत के 7 सबसे शक्तिशाली रडार सिस्टम?

1 .केंद्रीय अधिग्रहण रडार (3D-CAR): यह रडार सिस्टम 180 किमी से अधिक दूरी पर मैक 3 की गति को पार करने वाले सुपरसोनिक विमानों का पता लगा सकती हैं।

2 .अश्विनी रडार: भारतीय सेना का यह रडार सिस्टम 200 किलोमीटर की सीमा के भीतर शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों को ट्रैक करता है।

३.इंद्र श्रृंखला​: भारत के द्वारा निम्न-स्तरीय लक्ष्य का पता लगाने के लिए इस रडार सिस्टम को बनाया गया हैं। भारतीय वायु सेना और सेना इसका इस्तेमाल करती हैं।

4 .राजेंद्र राडार: यह रडार सिस्टम आकाश मिसाइलों को निर्देशित करता है। यह 80 किमी की सीमा और 18 किमी की ऊंचाई के भीतर 64 लक्ष्यों को ट्रैक करता हैं।

5 .स्वाथी हथियार लोकेटिंग रडार : यह रडार सिस्टम खासकर नियंत्रण रेखा दुश्मन के तोपखाने, मोर्टार और रॉकेट लांचर का आदि का पता लगाती हैं।

6 .अरुद्रा रडार: यह लड़ाकू विमानों से लेकर धीमी गति से चलने वाली वस्तुओं तक को आसानी के साथ ट्रैक करता है।

7 .पीजेटी-531 युद्ध क्षेत्र निगरानी रडार: यह रडार सिस्टम कम दूरी के युद्धक्षेत्र और परिधि निगरानी का काम करता हैं।

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