सिर्फ 7 देशों के पास 'ICBM मिसाइल' की तकनीक!

नई दिल्ली: इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) एक प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइल है जो लंबी दूरी पर अपने लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित की गई है। ICBM की रेंज आमतौर पर 5,500 किलोमीटर (3,400 मील) या उससे अधिक होती है। ये मिसाइलें एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक जाकर अपने लक्ष्यों को भेद सकती हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के साथ देश अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, उत्तर कोरिया के पास ICBM मिसाइल मौजूद हैं। हालांकि पाकिस्तान और इजराइल ने भी कुछ ICBM क्षमताएं विकसित करने का दावा हैं।

सिर्फ 7 देशों के पास 'ICBM मिसाइल' की तकनीक!

1 .संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका के पास विभिन्न प्रकार की ICBMs हैं, जैसे मिनटमैन III, जो जो लंबी दूरी पर अपने लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित की गई है।

2 .रूस: रूस के पास कई शक्तिशाली ICBMs हैं, जैसे यार्स और सर्टन आदि जो पूरी धरती को कवर करती हैं। इसे कही भी हमला करने के लिए डिजाइन किया गया हैं।

3 .चीन: चीन ने अपनी ICBM क्षमता को मजबूत किया है, जिसमें DF-41 जैसी मिसाइलें शामिल हैं। जो लंबी दूरी पर अपने लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित की गई है।

4 .ब्रिटेन : ट्रिडेंट II (D5) यह ब्रिटेन की प्रमुख ICBM है, जो अमेरिका के साथ साझा की गई तकनीक पर आधारित है। यह ब्रिटेन के चार नाभिकीय पनडुब्बियों (Vanguard-class) से लॉन्च की जाती है। 

5 .फ्रांस : M51 यह फ्रांस की प्रमुख ICBM है, जो समुद्र-आधारित है। M51 मिसाइलें फ्रांस की नाभिकीय पनडुब्बियों (Triomphant-class) से लॉन्च की जाती हैं।

6 .भारत: भारत ने अग्नि-V जैसे ICBM का विकास किया है। जो लंबी दूरी पर अपने लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित की गई है।

7 .उत्तर कोरिया: उत्तर कोरिया के पास Hwasong-15 और अन्य ICBMs हैं, जो उसके सामरिक कार्यक्रम का हिस्सा हैं।

0 comments:

Post a Comment