भारत वीटो पावर का मजबूत दावेदार, ये है 7 कारण

नई दिल्ली: वीटो पावर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की सबसे बड़ी शक्ति हैं। यह अधिकार पांच स्थायी सदस्यों (यूएस, यूके, फ्रांस, रूस, और चीन) को प्राप्त है। अगर किसी प्रस्ताव के खिलाफ इनमें से कोई एक देश वीटो करता है, तो वह प्रस्ताव लागू नहीं हो सकता, भले ही बाकी सदस्यों का समर्थन क्यों न हो।

भारत वीटो पावर का मजबूत दावेदार, ये है 7 कारण। 

1 .आर्थिक शक्ति: भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जो इसे वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण देश बनाता हैं।

2 .जनसंख्या: भारत की विशाल जनसंख्या इसे एक महत्वपूर्ण बाजार और श्रम शक्ति प्रदान करती है, जिससे इसका वैश्विक प्रभाव बढ़ता है।

3 .भौगोलिक स्थिति: भारत दक्षिण एशिया में स्थित है, जो इसे क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देता है।

4 .सुरक्षा मामलों में नेतृत्व: भारत ने कई वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर सक्रिय रूप से नेतृत्व किया है, जैसे आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और शांति अभियानों में भागीदारी।

5 .राजनयिक संबंध: भारत के मजबूत राजनयिक संबंध और सहयोग दुनिया के ज्यादातर देशों के साथ हैं जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

6 .वैश्विक चुनौतियों का सामना: भारत ने वैश्विक चुनौतियों, जैसे जलवायु परिवर्तन और महामारी, के खिलाफ अपनी भूमिका निभाई है, जो इसे एक जिम्मेदार और प्रभावशाली देश के रूप में स्थापित करता है।

7 .संयुक्त राष्ट्र में भागीदारी: भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में सक्रिय रूप से भाग लिया है और सुधारों के लिए लंबे समय से वकालत कर रहा है, जिससे उसकी वीटो पावर की दावेदारी और मजबूत होती है।

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