खबर के अनुसार S-70 ओखोटनिक-बी में स्टील्थ टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है, जो इसे दुश्मन के रडार से बचने में सक्षम बनाती है। यह ड्रोन उच्च गति और लंबी दूरी की उड़ान भरने की क्षमता रखता है। इसमें स्वायत्त संचालन की सुविधा भी दी गई है।
बता दें की यह ड्रोन आमतौर पर सुरक्षा अभियानों, स्ट्राइक मिशनों, और गुप्त निगरानी के लिए उपयोगी है। इसके अलावा, ओखोटनिक-बी को Sukhoi Su-57 जैसे अत्याधुनिक रूसी लड़ाकू विमानों के साथ भी कॉम्बिनेशन मिशनों में प्रयोग किया जा सकता है, जो इसके सामरिक महत्व को और भी बढ़ाता है।
इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1 .अधिकतम गति: S-70 ओखोटनिक-बी की अधिकतम गति 1,000 किलोमीटर प्रति घंटा है, जिससे यह तेजी से ऑपरेशनल इलाके में पहुँच सकता है।
2 .स्ट्राइक रेंज: यह ड्रोन एक बार में 6,000 किलोमीटर तक उड़ सकता है, जो इसे लंबी दूरी की स्ट्राइक और निगरानी मिशनों के लिए आदर्श बनाता है।
3 .हथियार क्षमता: ओखोटनिक-बी में कई तरह के हथियार लगाए जा सकते हैं, जिनमें 250 और 500 किलोग्राम के बम, 1,000 किलोग्राम तक के गाइडेड और अनगाइडेड बम और हवा से सतह (Air-to-Surface) और हवा से हवा (Air-to-Air) में मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं।
4 .ऑटोपायलट क्षमता: इसे ऑटोपायलट सिस्टम की मदद से पूरी तरह से स्वायत्त रूप से उड़ान भरने और उतरने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका मतलब है कि इसे पायलट की कोई आवश्यकता नहीं है, और यह बिना किसी मानव हस्तक्षेप के मिशन को अंजाम दे सकता है।
5 .रडार स्टील्थ तकनीक: इसके डिज़ाइन में स्टील्थ टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया गया है, जिससे यह रडार से छिपा रह सकता है और दुश्मन द्वारा आसानी से पकड़ में नहीं आता है। इसका रडार सिग्नेचर कम होता है, जिससे यह दुश्मन के रडार से बचते हुए अपने मिशन को अंजाम दे सकता है।
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