वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में दोनों देशों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और इन दोनों का विकास पूरी दुनिया की आर्थिक दिशा को प्रभावित करता है। भविष्य में, चीन की जीडीपी की वृद्धि दर अमेरिका के मुकाबले तेज़ रहने की संभावना है, क्योंकि चीन एक विकासशील अर्थव्यवस्था है और इसमें अपार वृद्धि की क्षमता है। हालांकि, अमेरिका का मजबूत वित्तीय और तकनीकी क्षेत्र उसे वैश्विक नेतृत्व में बनाए रखेगा।
चीन और अमेरिका की GDP में कितना अंतर, जानें?
1. सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का आकार:
अमेरिका: 2024 के अंत तक, अमेरिका की जीडीपी लगभग 27.36 ट्रिलियन डॉलर हैं। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जो वैश्विक जीडीपी का लगभग 24-25% हिस्सा रखता है।
चीन: 2025 के अंत तक, चीन की जीडीपी लगभग 18.5 ट्रिलियन डॉलर (18,000 बिलियन डॉलर) के आसपास थी।चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वैश्विक जीडीपी का लगभग 17-18% हिस्सा रखता है।
2. प्रति व्यक्ति जीडीपी (GDP per capita):
अमेरिका: 2023 में, अमेरिका की प्रति व्यक्ति जीडीपी लगभग 80,000 डॉलर के आसपास थी। इसका मतलब है कि औसतन, प्रत्येक अमेरिकी नागरिक का योगदान अर्थव्यवस्था में बहुत अधिक है।
चीन: 2023 में, चीन की प्रति व्यक्ति जीडीपी लगभग 12,500 डॉलर के आसपास थी। हालांकि, चीन की कुल जीडीपी बहुत बड़ी है, लेकिन प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में अमेरिका काफी आगे है।
3. आर्थिक संरचना:
अमेरिका: अमेरिका की अर्थव्यवस्था सेवा क्षेत्र (service sector) पर आधारित है। यहां वित्तीय सेवाएँ, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल, और उपभोक्ता उत्पाद प्रमुख क्षेत्र हैं। विनिर्माण क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है, लेकिन यह कम योगदान देता है।
चीन: चीन की अर्थव्यवस्था उद्योग और विनिर्माण पर आधारित है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादन केंद्र है और यहां का विनिर्माण क्षेत्र महत्वपूर्ण है। सेवा क्षेत्र भी बढ़ रहा है, लेकिन अब भी विनिर्माण और कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है।
4. वृद्धि दर:
अमेरिका: अमेरिका की जीडीपी वृद्धि दर सामान्यतः 2% से 3% के बीच रहती है। यह एक विकसित और स्थिर अर्थव्यवस्था है, इसलिए वृद्धि की दर अपेक्षाकृत कम है।
चीन: चीन की जीडीपी वृद्धि दर हाल के वर्षों में 6% के आसपास रही है, हालांकि 2020 के बाद से यह कुछ धीमी पड़ी है। चीन तेजी से विकासशील अर्थव्यवस्था है, जहां उच्च वृद्धि की दर को देखा जाता है
5. वैश्विक व्यापार में स्थान:
अमेरिका: अमेरिका वैश्विक व्यापार में एक प्रमुख खिलाड़ी है और दुनिया का सबसे बड़ा आयातक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। अमेरिकी डॉलर दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्रा है, और यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सबसे प्रमुख आदान-प्रदान मुद्रा है।
चीन: चीन भी वैश्विक व्यापार में एक प्रमुख शक्ति है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है और दुनिया के कई देशों के लिए प्रमुख उत्पादन और आपूर्ति केंद्र है। हालांकि, चीन की मुद्रा युआन (Renminbi) को डॉलर जैसी वैश्विक मुद्रा नहीं माना जाता है, लेकिन इसके अंतरराष्ट्रीय उपयोग में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है।
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