नई उम्मीदें: 1 अप्रैल से लागू होने वाले 9 प्रमुख फैसले!

नई दिल्ली: 1 अप्रैल से वित्तीय वर्ष 2025-26 की शुरुआत हो रही है, और इसके साथ ही कई बड़े बदलाव लागू होंगे। यह बदलाव न केवल आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करेंगे, बल्कि निवेशक, व्यापारी, और टैक्सपेयर्स के लिए भी नए नियम लागू होंगे। आइए जानते हैं 1 अप्रैल से लागू होने वाले 9 प्रमुख फैसलों के बारे में:

1 .नए टैक्स नियम होंगे लागू:

नए टैक्स सिस्टम के तहत 1 अप्रैल से असेसमेंट ईयर 2025-26 की शुरुआत हो जाएगी। अब आपको पुराने टैक्स रिजीम के तहत 80C जैसे डिडक्शन का लाभ लेना है तो आपको इसे अलग से चुनना होगा। नए टैक्स सिस्टम में टैक्स स्लैब और छूट के नियम अलग होंगे, इसलिए अपनी टैक्स प्लानिंग समय रहते कर लें।

2 .UPI नियमों में बदलाव:

नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिजिटल पेमेंट्स को और सुरक्षित बनाने के लिए 1 अप्रैल 2025 से एक अहम कदम उठाया है। अब ऐसे UPI अकाउंट्स, जो लंबे समय से इनएक्टिव होंगे, उनके ट्रांजैक्शन रोक दिए जाएंगे। यदि आपका बैंक अकाउंट किसी पुराने या बंद नंबर से लिंक है, तो उसे तुरंत अपडेट कर लें, ताकि आपको 1 अप्रैल से UPI ट्रांजैक्शन में कोई परेशानी न हो।

3 .डोरमेंट UPI ID होंगे डिसेबल:

NPCI ने फिशिंग स्कैम और फ्रॉड से बचने के लिए 1 अप्रैल 2025 से पिछले 12 महीनों से उपयोग न किए गए UPI ID को डिसेबल करने का फैसला लिया है। अगर आप अपनी डोरमेंट UPI ID को एक्टिवेट नहीं करते, तो यह हमेशा के लिए बंद हो सकता है। डिजिटल पेमेंट में रुकावट से बचने के लिए अपनी UPI ID को चेक करें और उसे एक्टिव रखें।

4 .FD पर अब ज्यादा फायदा:

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। 1 अप्रैल 2025 से FD, रेकुरिंग डिपॉजिट (RD), और अन्य सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज पर TDS की छूट सीमा बढ़ा दी गई है। सीनियर सिटीजन के लिए यह सीमा 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है, जबकि अन्य निवेशकों के लिए यह सीमा 40,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये की गई है।

5 .सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस जरूरी

अब 1 अप्रैल से, यदि आपके सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं है, तो बैंक आपसे पेनल्टी वसूल सकता है। अलग-अलग बैंकों की मिनिमम बैलेंस सीमा अलग हो सकती है, इसलिए अपने बैंक की पॉलिसी को समझकर बैलेंस मेंटेन करें और जुर्माने से बचें।

6 .GST नियमों में बड़ा बदलाव: ISD सिस्टम

1 अप्रैल 2025 से GST सिस्टम में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर (ISD) सिस्टम लागू होगा, जिसका उद्देश्य राज्यों के बीच टैक्स रेवेन्यू का सही तरीके से वितरण करना है। यह बदलाव GST को और पारदर्शी बनाएगा और बिजनेस करने वालों को टैक्स लायबिलिटी को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करेगा।

7 .सेविंग अकाउंट और FD इंटरेस्ट रेट में बदलाव

बैंक अपने FD और सेविंग अकाउंट के ब्याज दरों में बदलाव करने जा रहे हैं। बड़े बैंकों ने इन दरों में संशोधन किया है, और 1 अप्रैल से ये नई दरें लागू हो जाएंगी। यदि आप FD या सेविंग अकाउंट में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर नई ब्याज दरों की जानकारी जरूर लें।

8 .डिविडेंड के लिए PAN-आधार लिंकिंग अनिवार्य

अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं और डिविडेंड का लाभ लेते हैं, तो यह बदलाव आपके लिए महत्वपूर्ण है। 1 अप्रैल 2025 से, जिन लोगों का PAN और आधार लिंक नहीं होगा, उन्हें डिविडेंड नहीं मिलेगा। इसके अलावा, कैपिटल गेन पर TDS की दर भी बढ़ जाएगी, इसलिए समय रहते अपने PAN और आधार को लिंक कर लें।

9 .डीमैट और म्यूचुअल फंड अकाउंट के नियम होंगे सख्त

SEBI ने डीमैट और म्यूचुअल फंड अकाउंट्स के लिए KYC और नॉमिनी डिटेल्स अपडेट करने की अनिवार्यता लागू की है। 1 अप्रैल 2025 से सभी निवेशकों को अपनी KYC डिटेल्स अपडेट करना आवश्यक होगा, अन्यथा उनका अकाउंट फ्रीज हो सकता है। इसके अलावा, नॉमिनी डिटेल्स को भी अपडेट करना जरूरी होगा।

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