यूपी में सभी स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है, जिससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी। राज्य के बेसिक शिक्षा विभाग ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत 31 जुलाई तक छह साल की आयु पूरी करने वाले बच्चों को अब कक्षा एक में प्रवेश दिया जा सकेगा। यह आदेश उत्तर प्रदेश के सरकारी और निजी दोनों प्रकार के प्राथमिक विद्यालयों के लिए लागू होगा। यह कदम शैक्षिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने और हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम पहल है।

नई गाइडलाइन का उद्देश्य

इस नई गाइडलाइन का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को कक्षा एक में प्रवेश दिलाना है जो शैक्षिक सत्र 2025-26 में प्रवेश लेने के योग्य होंगे, लेकिन उनकी उम्र वर्तमान में प्रवेश की सीमा से थोड़ी कम है। पहले, बच्चों की आयु सीमा निर्धारित थी कि वह कक्षा एक में प्रवेश लेने से पहले 6 साल की उम्र पूरी करें। लेकिन अब 31 जुलाई तक जिन बच्चों की उम्र छह साल हो जाएगी, उन्हें कक्षा एक में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

बच्चों के लिए राहत और अवसर

इस बदलाव से कई परिवारों के लिए राहत की बात होगी, क्योंकि पहले आयु सीमा को लेकर कई बच्चों का प्रवेश अटक जाता था। यह कदम खासकर उन बच्चों के लिए लाभकारी होगा, जिनकी जन्म तिथि 1 अगस्त के बाद होती थी और उन्हें आयु सीमा के कारण कक्षा एक में प्रवेश लेने से वंचित रहना पड़ता था। अब इन बच्चों के लिए प्रवेश के द्वार खुले हैं, जिससे उन्हें अपनी शैक्षिक यात्रा में कोई रुकावट नहीं आएगी।

शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए तैयारी

बेसिक शिक्षा निदेशक, प्रताप सिंह बघेल द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए निर्देशों के तहत, सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि नए शैक्षिक सत्र में अधिक से अधिक बच्चों का नामांकन हो। विशेष रूप से परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। यह निर्देश बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए लागू किया गया है, ताकि प्राथमिक विद्यालयों में नामांकित छात्रों की संख्या बढ़े और अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा का लाभ मिले।

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