यूपी के टेक्सटाइल उद्योग का महत्व
उत्तर प्रदेश का टेक्सटाइल उद्योग देश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ कपड़ा उद्योग की परंपरा सदियों पुरानी है, खासकर बनारसी साड़ी, भदोही की कालीन और मुरादाबाद के जरी-जवाहरात के उत्पाद प्रसिद्ध हैं। अब सरकार इन पार्कों के माध्यम से इस उद्योग को और भी मजबूती प्रदान करने की योजना बना रही है।
इन नए टेक्सटाइल पार्कों में न केवल कपड़े तैयार किए जाएंगे, बल्कि इसमें प्रदर्शनी, सार्वजनिक सुविधा केंद्र, डाईंग और प्रिंटिंग केंद्र जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इन पार्कों में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जो उत्पादन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और पर्यावरण-अनुकूल बनाएगा।
पीएम मित्र पार्क और यूपी सरकार की रणनीति
लखनऊ में बनने जा रहे मेगा मित्र पार्क का उद्देश्य वस्त्र उद्योग के विकास को बढ़ावा देना है। इस पार्क में होने वाली वस्त्र निर्माण प्रक्रिया से इन नए पार्कों का भी लाभ होगा। टेक्सटाइल पार्कों में 1,000 इकाइयों का निर्माण होने की योजना है, जिससे राज्य में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन होगा।
प्रदेश के बजट में मुख्यमंत्री वस्त्र परिधान पार्क योजना के तहत एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इस योजना के तहत राज्य में टेक्सटाइल उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए निवेशकों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं और इंसेंटिव दिए जाएंगे।
निवेशकों के लिए बड़ा आकर्षक अवसर
उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ की आबादी, जो खुद एक बड़ा बाजार है, निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर प्रदान करती है। टेक्सटाइल क्षेत्र में यूपी के पास निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक निवेशक यूपी में टेक्सटाइल उद्योग स्थापित करें और प्रदेश को देशभर में कपड़ा उद्योग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित किया जाए।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को पी.एम. मित्र पार्क की सौगात दी है, जो यूपी के टेक्सटाइल क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस पार्क की प्रगति के बारे में नियमित अपडेट प्राप्त करते रहते हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार इस योजना को लेकर कितनी गंभीर है।
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