नए सेवा केंद्रों का महत्व
अब तक बिहार में पासपोर्ट सेवा के लिए प्रमुख केंद्रों का संचालन विभिन्न स्थानों पर हो रहा था, और कई लोग पासपोर्ट के लिए आवेदन करते वक्त लंबी दूरी तय करते थे। इन नए पासपोर्ट सेवा केंद्रों के खुलने से, स्थानीय लोगों को अपने जिले में ही पासपोर्ट से जुड़ी सुविधाएं मिल सकेंगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रा पर होने वाले खर्चे में भी कमी आएगी।
राजनगर और बखरा में इन केंद्रों के शुरू होने से बिहार में कुल 37 पासपोर्ट सेवा केंद्र हो जाएंगे। यह राज्य में पासपोर्ट की प्रक्रिया को और सरल बनाएगा और विभिन्न जिलों के निवासियों को पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया में और भी आसानी होगी।
आवेदन प्रक्रिया और सेवा सीमा
इन नए सेवा केंद्रों में प्रतिदिन कुल 45 आवेदन ही लिए जाएंगे, जो कि ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट के आधार पर तय होंगे। हालांकि, कुछ केंद्रों में आवेदन संख्या अधिक है। उदाहरण के लिए, सीवान स्थित पासपोर्ट केंद्र में प्रतिदिन 85 आवेदन लिए जाते हैं, जबकि गोपालगंज में यह संख्या 55 के आसपास है। नए केंद्रों में सीमित संख्या में आवेदन स्वीकार किए जाएंगे, ताकि प्रक्रिया व्यवस्थित और प्रभावी बनी रहे।
स्थानीय नागरिकों के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण
बिहार जैसे राज्य में जहां अधिकांश ग्रामीण इलाकों में लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए शहरों का रुख करना पड़ता है, वहां पर पासपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज के लिए यात्रा करना एक बड़ी समस्या हो सकती है। इस नई पहल के साथ, यह समस्या सुलझ जाएगी और लोग आसानी से अपने जिले में ही पासपोर्ट आवेदन कर सकेंगे।
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