GE और HAL के 40 साल के रिश्ते का नया अध्याय
GE एयरोस्पेस ने इस बात की पुष्टि की है कि यह इंजन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को सौंपा गया है, जो भारतीय वायुसेना के लिए तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट Mk 1A के निर्माण में शामिल है। GE एयरोस्पेस ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा कि वह इस डिलीवरी को लेकर उत्साहित हैं और यह भारत की रक्षा मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
यह डिलीवरी GE और HAL के बीच 40 साल पुराने संबंधों का प्रतीक है। कंपनी ने कहा, "हम HAL के साथ मिलकर अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को विकसित करने और भारत की सेना के लिए एक मजबूत भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।"
इंजन डिलीवरी में हुई देरी और इसके कारण
हालांकि, यह डिलीवरी काफी देर से हुई है। कई महीनों की देरी के बाद भारत को यह इंजन मिला, जिससे भारतीय वायुसेना को एक समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। पिछले दिनों भारतीय वायुसेना के प्रमुख एपी सिंह ने भी HAL के साथ जुड़ी कुछ समस्याओं के बारे में नाराजगी जताई थी। माना जा रहा था कि जियो-पॉलिटिकल हालातों की वजह से GE एयरोस्पेस इंजन की डिलीवरी में देरी कर रहा था, लेकिन कंपनी ने स्पष्ट किया था कि सप्लाई चेन की समस्याओं के कारण यह देरी हुई।
F404-IN20 इंजन: एक अत्याधुनिक तकनीकी
GE एयरोस्पेस ने अपनी प्रेस रिलीज में इस इंजन की विशेषताओं को भी साझा किया है। F404-IN20 इंजन, जो भारत के तेजस फाइटर जेट के लिए अनुकूलित किया गया है, सैन्य विमानन इतिहास में सबसे सफल इंजनों में से एक माना जाता है। यह इंजन F404 परिवार का हिस्सा है, जो अब तक दुनिया भर में हजारों लड़ाकू विमानों को शक्ति प्रदान कर चुका है। F404-IN20 में F404 परिवार का सबसे ज्यादा थ्रस्ट और उच्च-प्रवाह पंखा है। इसके अलावा, इसमें अद्वितीय सिंगल-क्रिस्टल टरबाइन ब्लेड और कई विशेष घटक भी हैं, जो इसकी कार्यक्षमता को और बढ़ाते हैं।
भारतीय रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में अहम कदम
तेजस फाइटर जेट के इंजन की डिलीवरी भारत के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी जीत है। इस डिलीवरी के साथ ही भारतीय वायुसेना को अपने स्वदेशी लड़ाकू विमानों के लिए बेहतर और उन्नत इंजन मिल गए हैं, जो उसकी संचालन क्षमता को और मजबूत करेंगे।
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