अश्लील गानों का प्रभाव
सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील गानों का प्रसारण बिहार के समाज में एक गंभीर समस्या बन गया है। अक्सर बसों, ट्रकों, ऑटो रिक्शा और समारोहों में सस्ते दोहरे अर्थ वाले भोजपुरी गाने बजते हैं, जो न केवल समाज की गरिमा को ठेस पहुँचाते हैं बल्कि महिलाओं और बच्चों के मानसिक विकास पर भी प्रतिकूल असर डालते हैं।
इन गानों में जो अश्लीलता छिपी होती है, वह महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए खतरे की घंटी बन जाती है। कई बार यह गाने महिलाओं को असुरक्षित महसूस कराते हैं, जिससे वे सार्वजनिक स्थानों पर डर के माहौल में जीने को मजबूर होती हैं। इसके अलावा, बच्चों को गलत दिशा में ले जाने के लिए भी इन गानों का एक बड़ा हाथ होता है, क्योंकि छोटे बच्चे इन गानों को सुनकर असामाजिक और गलत आदतें अपना सकते हैं।
पुलिस का सख्त कदम
बिहार पुलिस द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर अश्लील गाने बजाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य समाज में ऐसी गंदगी को समाप्त करना है, जो महिलाओं, बच्चों और संपूर्ण समाज के लिए हानिकारक हो।
पुलिस प्रशासन ने सभी एसपी, डीआईजी और आईजी को निर्देश दिए हैं कि वे इस आदेश को सख्ती से लागू करें और किसी भी स्थिति में ऐसे गानों को प्रसारित करने वालों को बख्शा न जाए। इस विशेष अभियान के तहत, पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी व्यक्ति या समूह इस आदेश का उल्लंघन न करे।
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