1. नवजात शिशु और बच्चों के लिए (0-10 साल)
नवजात शिशु (0-1 महीने): सिस्टोलिक (ऊपरी) ब्लड प्रेशर 60-90 मिमीएचजी और डायस्टोलिक (निचला) ब्लड प्रेशर 30-60 मिमीएचजी।
बच्चे (1 साल से 10 साल तक): सिस्टोलिक 90-110 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 55-75 मिमीएचजी।
यहां तक कि बच्चों में भी ब्लड प्रेशर की नियमित जांच की जानी चाहिए, ताकि किसी भी संभावित स्वास्थ्य समस्या का पता लगाया जा सके।
2. किशोर और युवा (11-20 साल)
किशोर (11-17 साल): सिस्टोलिक 100-120 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 60-80 मिमीएचजी।
युवा (18-20 साल): सिस्टोलिक 110-120 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 70-80 मिमीएचजी।
इस उम्र में हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) की समस्या कम होती है, लेकिन आधुनिक जीवनशैली, तनाव और खानपान की आदतों के कारण इसे बढ़ने का खतरा रहता है।
3. वयस्क (21-40 साल)
आदर्श ब्लड प्रेशर: सिस्टोलिक 120 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 80 मिमीएचजी।
हाइपरटेंशन का जोखिम: अगर सिस्टोलिक 130 मिमीएचजी या ज्यादा हो और डायस्टोलिक 80 मिमीएचजी या ज्यादा हो, तो यह उच्च रक्तचाप (Stage 1 Hypertension) की श्रेणी में आता है। यह उम्र शरीर की सक्रियता के लिए सर्वोत्तम है, इसलिए नियमित रूप से एक्सरसाइज और स्वस्थ आहार की आदतें बनाना जरूरी है।
4. मध्यम आयु (41-60 साल)
आदर्श ब्लड प्रेशर: सिस्टोलिक 120-130 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 80-85 मिमीएचजी।
हाइपरटेंशन का जोखिम: यदि सिस्टोलिक 130 मिमीएचजी से ज्यादा है, तो उच्च रक्तचाप (Stage 1 Hypertension) हो सकता है। इस उम्र में डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, और दिल संबंधी बीमारियों का खतरा अधिक होता है, इसलिए ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
5. वरिष्ठ नागरिक (60 साल और उससे ऊपर)
आदर्श ब्लड प्रेशर: सिस्टोलिक 130-140 मिमीएचजी और डायस्टोलिक 80-90 मिमीएचजी।
हाइपरटेंशन का जोखिम: यदि सिस्टोलिक 140 मिमीएचजी से ऊपर हो, तो यह उच्च रक्तचाप की स्थिति हो सकती है। यह उम्र रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए अधिक सतर्कता और ध्यान की मांग करती है, खासकर दिल, किडनी और आंखों से संबंधित समस्याओं को रोकने के लिए।
0 comments:
Post a Comment