मीरजापुर जिले में इस योजना के तहत कुल 767 सोलर पंप लगाए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। कृषि विभाग के अनुसार अलग-अलग क्षमता के सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे, जिनमें 2 एचपी, 3 एचपी, 5 एचपी, 7.5 एचपी और 10 एचपी के पंप शामिल हैं। किसानों का चयन पूरी तरह ई-लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
15 दिसंबर तक करें ऑनलाइन आवेदन
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को 15 दिसंबर तक कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriculture.up.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण और बुकिंग करानी होगी। बुकिंग के समय 5000 रुपये टोकन मनी जमा करना अनिवार्य है, जिसे बाद में किसान के अंश में समायोजित कर दिया जाएगा।
बुकिंग सफल होने पर किसानों के मोबाइल नंबर पर कन्फर्मेशन मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद निर्धारित समय में किसान को अपना अंश इंडियन बैंक की किसी भी शाखा या ऑनलाइन माध्यम से जमा करना होगा। समय पर राशि जमा न करने पर चयन स्वतः निरस्त हो जाएगा और टोकन मनी जब्त कर ली जाएगी।
सोलर पंप के दामों में आई कमी
जीएसटी दरों में कमी के कारण सोलर पंप की कीमतों में भी राहत मिली है। उदाहरण के तौर पर, 2 एचपी डीसी/एसी सरफेस सोलर पंप की कीमत पहले लगभग 68 हजार रुपये थी, जो अब घटकर करीब 65 हजार रुपये रह गई है। इससे किसानों को सीधे आर्थिक लाभ मिलेगा और बची हुई राशि का उपयोग वे खेती के अन्य कार्यों में कर सकेंगे।
किसानों के लिए फायदे
पीएम कुसुम योजना किसानों को न सिर्फ सिंचाई में आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि उनकी लागत भी कम करती है। सोलर पंप से ईंधन खर्च घटता है, पर्यावरण को नुकसान नहीं होता और लंबे समय तक सिंचाई की सुविधा मिलती है। कुल मिलाकर, यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। जो किसान समय रहते आवेदन करेंगे, वे सोलर ऊर्जा का लाभ उठाकर अपनी खेती को और अधिक लाभकारी बना सकते हैं।

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