न्यूज डेस्क: बिहार में रहने वाले लोगों के लिए राजधानी पटना से बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पंचायती राज विभाग ने बिहार में पंचायतों में मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद के कामों का बंटवारा कर दिया हैं।
खबर के अनुसार विभाग ने मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद को अलग अलग काम कराने की जिम्मेदारी दी हैं। साथ ही साथ इन जनप्रतिनिधियों को विकास कार्य में कितने रुपये खर्च करने हैं। इसको लेकर भी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
मुखिया के जिम्मे होगा ये काम:
पंजायतों में बस स्टैंड, आटो स्टैंड, खेल का मैदान, यात्री शेड का निर्माण, पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाना, सामुदायिक भवन का निर्माण, उद्यान में खुले जिम की व्यवस्था, आंगनबाड़ी केंद्रों में सुविधाओं का विकास, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह, शौचमुक्त के सतत रखरखाव, पेयजल आपूर्ति, वर्षा जल संचयन व वाटर रिसाइक्लिंग, सार्वजनिक कुआं के जीर्णोद्धार, छठ घाटों का निर्माण।
पंचायत समिति सदस्य के जिम्मे होगा ये काम:
नालों का निर्माण, सिंचाई क्षमता में वृद्धि के लिए चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, जल संसाधन विभाग व लघु जल संसाधन विभाग से समन्वय कर नदी के पुरानी धार का पुर्नस्थापन कार्य, एक से तीन हेक्टेयर के जल संग्रहण क्षेत्रों का जीर्णोद्धार व निर्माण, उद्यान व खुले जिम की व्यवस्था, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह का निर्माण, टायड मद से सामुदायिक शौचालय का निर्माण, छठ घाटों का निर्माण, खेल के मैदान का निर्माण।
जिला परिषद के जिम्मे होगा ये काम:
जमीन का सीमांकन और चहारदीवारी का निमाण, जिला परिषद अस्पताल की व्यवस्था, सैरातों का विकास, आयोत्पादक परिसंपत्तियों का निर्माण, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह का निर्माण, चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, पक्की नाली के रास्ते हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराए के लिए नाला का निर्माण, एक से पांच हेक्टेयर तक के जल संग्रहण क्षेत्रों का जीर्णोद्धार व निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में बस स्टैंड, आटो स्टैंड, यात्री शेड का निर्माण, सामुदायिक शौचालय का निर्माण।