खबर के अनुसार अगर मौसम की स्थिति इसी तरह की रही तो बिहार में भारी संकट पैदा हो सकता हैं। राज्य में पहली बार ऐसा हुआ है की 37 नदियां गंभीर संकट में आ गई हैं। इन नदियों से खेतों की सिंचाई करने वाले किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी होगी।
बता दें की पिछले साल भी बिहार के कई जिलों की नदियों में पानी नहीं आया था। वहीं इस साल भी राज्य की कई नदियां सूखे की चपेट में हैं। अगर इन नदियों में पानी नहीं आया तो हालात और भी बदतर हो सकते हैं और लोगों की परेशानी बढ़ सकती हैं।
बिहार के पटना-बक्सर-नालंदा समेत 22 जिलों की 37 नदियां सूखी?
मधुबनी जिले में थोमाने नहीं।
मुंगेर जिले में मोहानी नदी।
वैशाली जिले में वाया नदी।
रोहतास जिले में काव नदी।
अररिया जिले में नून नदी।
बेगूसराय जिले में बलान नदी।
बक्सर जिले में धर्मावती नदी।
गया जिले में मोरहर, जमुने नदी।
मुजफ्फरपुर जिले में नून नदी।
कटिहार जिले में कारी कोसी नदी।
औरंगाबाद जिले में बटाने नदी।
लखीसराय जिले में किउल नदी।
भागलपुर जिले में खलखलिया नदी।
दरभंगा जिले में तीसभंवरा नदी।
पश्चिम चंपारण जिले में पंडई नदी।
सारण जिले में गंडकी, माह नदी।
पटना जिले में दरधा, कररुआ नदी।
नवादा जिले में सकरी, तिलैया नदी।
बांका जिले में चंदन, चिरगेरुआ नदी।
किशनगंज जिले में पश्चिम कनकई नदी।
जमुई जिले में बरनार, अपर किउल, अपर बदुआ नदी।
नालंदा में भूतही, चिरैया, मोहाने, नोनाई, पंचाने, धोबा, गोइठवा, लोकायन, सकरी, पैमार नदी।

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