बता दें की इस योजना के तहत, 51 हजार रुपये में से 35 हजार रुपये सीधे कन्या के खाते में जमा किए जाएंगे, जबकि 16 हजार रुपये विवाह के अन्य खर्चों को कवर करने के लिए दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य मत्स्य पालन से जुड़े समुदायों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि उनकी बेटियों की शादी में आर्थिक बोझ कम हो सके।
योजना का लाभ मुख्य रूप से मत्स्य आखेटक, केवट, मल्लाह, निष्ज्ञद, बिंद, धीगर, कश्यप, रैकतार, मांझी, गोडिया, कहार, तुरेहा, और तुराहा समुदाय के लोगों को मिलेगा। इन समुदायों से जुड़े लोग इस योजना के तहत अपने परिवारों को आर्थिक सहायता का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस योजना की मंजूरी दी है और इसे लागू करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही, मत्स्य विभाग को इस योजना को लागू करने के लिए पत्र भेजकर कार्यवाही शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। राज्यपाल द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है और इस योजना से समाज के कमजोर वर्गों को खासा फायदा होगा।
0 comments:
Post a Comment