कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर ट्रेनिंग
राज्य के सभी कर्मचारी और अधिकारी अब कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर लॉग-इन करके वे अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं और उसे पूरा करने के बाद प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इस ट्रेनिंग को मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप के जरिए पूरा किया जा सकता है।
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि इस ट्रेनिंग को समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। 15 फरवरी तक इस ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र प्राप्त करना अनिवार्य किया गया है।
उद्देश्य और महत्व
यह कदम राज्य सरकार के प्रशासनिक दक्षता और कर्मचारियों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। आई-गोट (इंटीग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग) प्लेटफॉर्म सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रणाली है, जो विभिन्न सरकारी कार्यों और नीतियों पर गहन जानकारी प्रदान करता है। इसके जरिए सरकारी कार्यों की पारदर्शिता, दक्षता, और नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा।
बता दें की कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर लॉग-इन करके किसी भी विषय में ट्रेनिंग ली जा सकती है और इसके लिए मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस कदम से बिहार सरकार की योजना है कि राज्य में सरकारी कामकाजी की गुणवत्ता में सुधार हो और कर्मचारियों को अपनी कार्यकुशलता को बढ़ाने का एक आधुनिक और प्रभावी तरीका मिले।
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