क्या है पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल?
पिछले कुछ महीनों से बिहार सरकार ने विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों के वेतन और पेंशन भुगतान के लिए पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल की व्यवस्था लागू की है। इसका उद्देश्य सभी कर्मचारियों के वेतन-पेंशन वितरण को पारदर्शी और समयबद्ध बनाना था। सभी कर्मचारियों का डाटा इस पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। यदि यह जानकारी अपडेट नहीं की जाती, तो विभाग द्वारा कर्मचारियों के वेतन-पेंशन की राशि रोकने का प्रावधान है।
क्यों की गई यह कार्रवाई?
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को 10 नवंबर को ही नई व्यवस्था के बारे में निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद, इन पांच विश्वविद्यालयों ने कर्मचारियों का डाटा समय रहते पोर्टल पर अपलोड नहीं किया, जिसके कारण विभाग को यह कठोर कदम उठाना पड़ा।
कुलसचिवों को निर्देश:
शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में भी वे इस प्रकार की लापरवाही करेंगे, तो वेतन और पेंशन की राशि में और भी कटौती की जा सकती है। विभाग का मानना है कि सही और समय पर डाटा अपलोड करने से राज्य के शैक्षिक संस्थानों में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखा जा सकता है।
कौन से विश्वविद्यालयों पर लगी रोक?
पटना विश्वविद्यालय, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा और मुंगेर विश्वविद्यालय।
हालांकि, शिक्षा विभाग ने आठ अन्य विश्वविद्यालयों के लिए 171 करोड़ 96 लाख रुपये की राशि जारी कर दी है, जो कि नवंबर और दिसंबर माह के लिए वेतन-पेंशन के भुगतान में काम आएगी। इन विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों के डाटा को सही तरीके से पोर्टल पर अपलोड किया गया था, जिसके चलते इनकी वेतन और पेंशन की राशि समय से जारी की गई।
0 comments:
Post a Comment