एक रिपोर्ट के मुताबिक अब भारत ब्रह्मोस मिसाइल को हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को प्रदान कर रहा है, ताकि चीन की बढ़ती दखलंदाजी के खिलाफ सुरक्षा का एक मजबूत कवच तैयार किया जा सके। फिलीपींस के बाद अब इंडोनेशिया भी भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है।
भारत की नई रक्षा नीति
भारत का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने सहयोगी देशों के साथ रक्षा और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना है। इस रणनीति के तहत, भारत ने दक्षिण-पूर्वी एशिया और आसियान देशों से अपने रिश्तों को प्रगाढ़ करने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारत यह समझता है कि चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए इन देशों के साथ मजबूत साझेदारी जरूरी है। फिलीपींस के बाद अब इंडोनेशिया, जो इस क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति है, भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की योजना बना रहा है।
क्यों ब्रह्मोस मिसाइल है महत्वपूर्ण?
ब्रह्मोस मिसाइल, जो भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है, अपनी उच्च गति और प्रभावशीलता के लिए प्रसिद्ध है। यह मिसाइल किसी भी प्रकार के ठोस या तरल लक्ष्य को बड़ी सटीकता से निशाना बना सकती है। इसके द्वारा मिलने वाली ताकत इन देशों को न केवल चीन की आक्रामकता से निपटने में मदद करेगी, बल्कि ये देशों को आत्मनिर्भर सुरक्षा की दिशा में भी एक बड़ा कदम बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।
चीन इन देशों को देता हैं धमकियां
चीन समय-समय पर इन देशों को धमकियां देता रहा है। खासकर दक्षिणी चीन सागर में उसकी दखलंदाजी के कारण, इन देशों के लिए चीन से रक्षा करना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। फिलीपींस और इंडोनेशिया जैसे देश अब भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने की ओर अग्रसर हो रहे हैं, ताकि वे अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर सकें और चीन के खिलाफ अपनी रक्षा को मजबूत कर सकें।
0 comments:
Post a Comment