1 .कुल सैनिक:
भारतीय सशस्त्र बलों में 14,55,550 सक्रिय सैनिक हैं। जबकि चीनी सशस्त्र बलों में 20,35,300 सक्रिय सैनिक हैं। इस प्रकार, चीन के पास भारतीय सेना से लगभग 40% अधिक सैनिक हैं।
2 . रिजर्व सैनिक:
भारत के पास 11,55,000 रिजर्व सैनिक हैं, जबकि चीन के पास 5,10,000 रिजर्व सैनिक। भारत के पास रिजर्व सैनिकों की संख्या चीन से कहीं अधिक है, जो कि युद्ध के दौरान फायदेमंद हो सकता है।
3 .टैंक की संख्या:
भारतीय सेना के पास 4201 टैंक हैं। जबकि चीनी सेना के पास 6800 टैंक हैं। चीन के पास भारत की तुलना में अधिक टैंक हैं, जो युद्ध के मैदान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
4 .वायुसेना:
भारतीय वायुसेना के पास कुल 2229 विमान हैं, जिसमें 513 लड़ाकू विमान और 130 हमलावर विमान शामिल हैं। चीनी वायुसेना के पास कुल 3309 विमान हैं, जिसमें 1212 लड़ाकू विमान और 371 हमलावर विमान शामिल हैं।
5 .नौसेना:
भारतीय नौसेना की फ्लीट स्ट्रेंथ 293 है और इसके पास 18 पनडुब्बियां हैं। जबकि चीनी नौसेना की फ्लीट स्ट्रेंथ 754 है और इसके पास 61 पनडुब्बियां हैं। चीन की नौसेना भारत से कहीं अधिक बड़ी है।
6 .फ्रिगेट, विध्वंसक और कॉर्वेट:
भारत के पास 13 विध्वंसक, 14 फ्रिगेट और 18 कॉर्वेट हैं। जबकि चीन के पास 50 विध्वंसक, 47 फ्रिगेट और 72 कॉर्वेट हैं। चीन की नौसेना में इन श्रेणियों में भारत के मुकाबले कई गुना अधिक युद्धपोत हैं, जो उसकी समुद्री सैन्य शक्ति को मजबूती प्रदान करते हैं।
7 .रॉकेट लॉन्चर:
भारतीय सेना के पास 264 रॉकेट लॉन्चर हैं। जबकि चीनी सेना के पास 2750 रॉकेट लॉन्चर हैं। यहां भी चीन की सेना का बड़ा पुट है, जिससे वह बड़े पैमाने पर हमले कर सकता है।
8 .आर्मर्ड व्हीकल:
भारतीय सेना के पास 1,48,594 आर्मर्ड व्हीकल हैं। जबकि चीनी सेना के पास 1,44,017 आर्मर्ड व्हीकल हैं। यह क्षेत्र भारतीय सेना में बेहतर स्थिति में है, क्योंकि आर्मर्ड व्हीकल्स जमीनी युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
0 comments:
Post a Comment