यूपी के इन 12 शहरों से सीधे जुड़ेंगे जेवर एयरपोर्ट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गंगा एक्सप्रेस वे को नोएडा में बन रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जो प्रदेश के विकास को नई दिशा देने वाला कदम साबित हो सकता है। इस कनेक्टिविटी से न केवल जिलों की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि व्यापार, औद्योगिकीकरण और पर्यटन के क्षेत्रों में भी नई संभावनाओं का द्वार खुलेगा। यह परियोजना प्रदेश की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है।

गंगा एक्सप्रेस वे और जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी

गंगा एक्सप्रेस वे को नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने के निर्णय से 12 जिलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। बुलंदशहर होते हुए एक नया 76 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा, जो मेरठ, आगरा, पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्रों से सीधे जुड़ जाएगा। यह लिंक नोएडा तक पहुँचने के समय को कम करेगा और यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा। इसके अलावा, यह लिंक यमुना एक्सप्रेस वे से भी जुड़ा होगा, जो पहले से ही क्षेत्र के अन्य हिस्सों से कनेक्टिविटी प्रदान करता है।

आर्थिक और औद्योगिक विकास की नई संभावनाएँ

गंगा एक्सप्रेस वे और जेवर एयरपोर्ट के जुड़ने से उत्तर प्रदेश में व्यापारिक और औद्योगिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी। यह क्षेत्र पहले से ही प्रमुख कृषि उत्पादों का केंद्र है, लेकिन इस कनेक्टिविटी से यहां के व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। आसान यातायात और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण निवेशकों का ध्यान इस क्षेत्र पर आकर्षित होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा।

इस कनेक्टिविटी उत्तर प्रदेश के इन 12 जिलों को मिलेगा लाभ

गंगा एक्सप्रेस वे और जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी से जिन 12 जिलों को लाभ होगा, उनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, और प्रयागराज शामिल हैं। इन जिलों से गुजरते हुए एक्सप्रेस वे लोगों को नोएडा और अन्य प्रमुख शहरों तक पहुँचने में कम समय में मदद करेगा, जिससे व्यापार और आवागमन की स्थिति में सुधार होगा। इस कनेक्टिविटी से प्रदेश के इन जिलों में व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, और साथ ही, स्थानीय नागरिकों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

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