यूपी में चार नए एक्सप्रेस-वे: 20 जिलों को मिलेगी नई रफ्तार!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए योगी सरकार ने चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना बनाई है। इन एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के तहत किया जाएगा, और इसका उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ते हुए औद्योगिक विकास को गति देना है। इन परियोजनाओं पर करीब 1050 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और ये प्रदेश के 20 जिलों को लाभान्वित करेंगे।

प्रमुख एक्सप्रेसवे योजनाएँ:

1 .लिंक एक्सप्रेसवे

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए 90.83 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस परियोजना पर करीब 4837.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे राज्य की सड़क कनेक्टिविटी मजबूत होगी और विभिन्न शहरों के बीच यात्रा का समय कम होगा।

2 .ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए छह लेन वाला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जाने की योजना है। यह एक्सप्रेसवे इटावा के कुदरैल से शुरू होकर फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई में समाप्त होगा। इस पर लगभग 900 करोड़ रुपये का निवेश होगा।

3 .विन्ध्य लिंक एक्सप्रेसवे

विन्ध्य लिंक एक्सप्रेसवे, जो गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र से जोड़ेगा, एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इस 320 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण पर लगभग 22,400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह एक्सप्रेसवे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ यूपी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।

4 .मेरठ-हरिद्वार कनेक्टिविटी

मेरठ और हरिद्वार को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इससे मेरठ और हरिद्वार के बीच यात्रा में तेज़ी आएगी और तीर्थ यात्रियों को बड़ा लाभ मिलेगा।

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