भर्ती प्रक्रिया का विवरण
प्रदेश में इस भर्ती प्रक्रिया के लिए एक डिजिटल पोर्टल विकसित किया गया है, जहां अब तक 6.69 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। यह पोर्टल ऑनलाइन सत्यापन और भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने का कार्य कर रहा है, ताकि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।
अलग-अलग जिलों की स्थिति:
मथुरा, बस्ती, मऊ, देवरिया, और बिजनौर में चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जबकि मुरादाबाद और प्रयागराज में प्रक्रिया आंशिक रूप से पूरी हुई है। शेष 68 जिलों में आवेदकों के प्रमाण पत्रों का ऑनलाइन सत्यापन पूरा हो चुका है, और 53 जिलों में अभ्यर्थियों के अभिलेखों का भौतिक सत्यापन भी किया जा चुका है।
पारदर्शिता और निष्पक्षता की भूमिका
इस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए, आवेदकों के प्रमाण पत्रों का दोनों तरीकों ऑनलाइन और भौतिक सत्यापन के माध्यम से गहनता से परीक्षण किया जा रहा है। यह सुनिश्चित करता है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार की धोखाधड़ी या अनुचित चयन न हो। प्रदेश के मुख्य सचिव, मनोज कुमार सिंह ने इस प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, ताकि योग्य और सक्षम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का चयन किया जा सके, जो बाल विकास और पोषण योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में मदद कर सकें।
क्या होगी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका:
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ बच्चों और महिलाओं के पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं को लागू करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे बच्चों को पोषक आहार प्रदान करने, माताओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने, और बच्चों के प्रारंभिक शिक्षा में सहायता प्रदान करने का काम करती हैं। इन कार्यकत्रियों के माध्यम से सरकार की विभिन्न योजनाएं ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचती हैं।
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