यूपी में सभी शिक्षामित्रों की सैलरी 25 हजार होगी!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के वेतन में इजाफा करने का बड़ा फैसला लिया है, जो शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बनेगा। इस प्रस्ताव के तहत, यदि इसे कैबिनेट से मंजूरी मिलती है, तो शिक्षामित्रों का वेतन 10,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये और अनुदेशकों का वेतन 9,000 रुपये से बढ़ाकर 22,000 रुपये प्रतिमाह कर दिया जाएगा।

वेतन वृद्धि की आवश्यकता

शिक्षामित्र और अनुदेशक, जो सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाते हैं, उन्हें लंबे समय से उचित वेतन की आवश्यकता थी। वर्तमान में जो वेतन मिल रहा था, वह इनकी मेहनत और जिम्मेदारियों के हिसाब से बहुत कम था। शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए 10,000 और 9,000 रुपये मासिक वेतन, उनके कार्यभार और योगदान के हिसाब से अपर्याप्त थे। यह वेतन वृद्धि इनकी मेहनत और लगन को सम्मान देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

तीन साल पर वेतन वृद्धि

सरकार ने यह भी घोषणा की है कि अब हर तीन साल पर शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के वेतन में वृद्धि की जाएगी। यह एक दीर्घकालिक योजना है, जिसका उद्देश्य इन शिक्षकों को आर्थिक सुरक्षा और संतुष्टि प्रदान करना है। इसके अलावा, यह योजना शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को उनकी भूमिका और योगदान के लिए स्थायी रूप से प्रेरित करेगी, जिससे वे अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर तरीके से निभा सकेंगे।

कैबिनेट की मंजूरी का महत्व

यह प्रस्ताव अब कैबिनेट में पेश किया जाएगा, जहां से इसे मंजूरी मिलने के बाद शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का वेतन दोगुना से भी अधिक हो जाएगा। इस कदम से सरकार की नीतियों में पारदर्शिता और कार्यकुशलता का संकेत मिलता है। इसके अलावा, यह निर्णय राज्य में शिक्षा के क्षेत्र को प्राथमिकता देने और उसे सशक्त बनाने का संकेत है।

0 comments:

Post a Comment