फिटमेंट फैक्टर का प्रभाव
पेंशन और वेतन दोनों में बदलाव फिटमेंट फैक्टर पर आधारित होता है, जो वेतन या पेंशन को बढ़ाने के लिए एक गुणांक के रूप में कार्य करता है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी और पेंशन में भारी इजाफा हुआ था। अब, यदि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.90 तय होता है, तो पेंशनर्स को इससे भी ज्यादा फायदा होने की संभावना है।
पेंशन का नया कैलकुलेशन
7वें वेतन आयोग के अनुसार, पेंशन का निर्धारण कर्मचारी की बेसिक सैलरी और लागू फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करता है। तो अगर हम 8वें वेतन आयोग के संभावित फिटमेंट फैक्टर को लागू करते हैं, तो पेंशन में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है, इसे हम निम्नलिखित कैलकुलेशन से समझ सकते हैं:
7वें वेतन आयोग में पेंशन:
न्यूनतम पेंशन: ₹9,000
अधिकतम पेंशन: ₹1,25,000
अब, अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 लागू किया जाता है, तो पेंशन में वृद्धि होगी:
कैसे होगी कैलकुलेशन?
न्यूनतम पेंशन: ₹9,000 × 1.90 = ₹17,100
अधिकतम पेंशन: ₹1,25,000 × 1.90 = ₹2,37,500
इस प्रकार, 8वें वेतन आयोग के तहत पेंशनर्स की पेंशन में बेहद जोरदार बढ़ोतरी हो सकती है। पेंशन में इतनी बड़ी बढ़ोतरी पेंशनर्स को वित्तीय राहत प्रदान करेगी, विशेष रूप से वे पेंशनर्स जिनकी पेंशन वर्तमान में न्यूनतम या अधिकतम सीमा के पास है।
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