बता दें की ये ड्रोन न केवल कमांड और कंट्रोल सिस्टम के रूप में काम करते हैं, बल्कि उनके पास खुद से निर्णय लेने की क्षमता भी होती है, जो युद्ध के मैदान को पूरी तरह से बदल रहा है। इस रिपोर्ट में हम उन देशों के बारे में चर्चा करेंगे जो एआई ड्रोन के इस्तेमाल में सबसे आगे हैं।
1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
संयुक्त राज्य अमेरिका ने ड्रोन और एआई तकनीक का उपयोग सैन्य रणनीति में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए किया है। अमेरिका के ड्रोन कार्यक्रम में पहले से ही अत्याधुनिक तकनीक का समावेश है, और अब AI के माध्यम से इसे और भी सशक्त बनाया जा रहा है। अमेरिकी सेना ने "MQ-9 Reaper" जैसे ड्रोन का इस्तेमाल किया है, जो AI तकनीक के साथ तेजी से निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। इसके अलावा, अमेरिका के DARPA ने स्वायत्त ड्रोन के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम किया है, जो न केवल इंटेलिजेंस जुटाने में मदद करते हैं बल्कि लक्षित हमले भी कर सकते हैं।
2. चीन
चीन, जो तकनीकी क्षेत्र में तेज़ी से उभर रहा है, ने भी अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए एआई ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। चीन की ड्रोन तकनीक में AI का इंटीग्रेशन बहुत तेज़ी से हो रहा है, और इसके परिणामस्वरूप देश ने अपनी "AI-ड्रोन सेनाएं" विकसित की हैं। चीनी ड्रोन में निगरानी और हमले दोनों की क्षमता है, और AI तकनीक के माध्यम से ये ड्रोन बिना मानव हस्तक्षेप के निर्णय ले सकते हैं।
4. इज़राइल
इज़राइल ने हमेशा से ही अपनी रक्षा और सैन्य तकनीक में नवाचार किया है, और AI ड्रोन के क्षेत्र में भी यह सबसे आगे है। इज़राइल के "Heron TP" और "Eitan" जैसे ड्रोन, जिनमें AI की तकनीक है, उन्हें युद्ध में निगरानी और सामरिक हमले के लिए प्रयोग किया जाता है। इज़राइल की सेना में AI का इस्तेमाल युद्ध के मैदान में कम से कम मानव जोखिम के साथ तेज़ और सटीक हमलों को सुनिश्चित करता है। इज़राइल का लक्ष्य AI ड्रोन के जरिए विभिन्न युद्ध स्थितियों में खुद को अधिक सक्षम बनाना है।
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