कैंप के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट
इस पहल के लिए यूपी सरकार ने 200 करोड़ रुपये का बजट तय किया है, ताकि बच्चों को समर कैंप के दौरान जरूरी सुविधाएं मिल सकें। बच्चों को पोषक आहार के रूप में मिड-डे मील भी दिया जाएगा। यह समर कैंप सिर्फ परिषदीय विद्यालयों के बच्चों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आसपास के स्कूलों के बच्चे भी इन गतिविधियों में भाग ले सकेंगे।
विविध गतिविधियों से बच्चों का विकास
समर कैंप के दौरान बच्चों को न सिर्फ पढ़ाई बल्कि विभिन्न गतिविधियों के जरिए उनकी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा। बच्चों को जीवन कौशल, व्यक्तित्व विकास, योग, खेलकूद, विज्ञान-तकनीक आधारित प्रयोग, कला-सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यावरण जागरूकता जैसे विषयों में प्रशिक्षण मिलेगा। यह कैंप बच्चों के लिए एक बेहतरीन मौका होगा, जहां वे अपनी रचनात्मकता को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे।
शिक्षकों और शिक्षामित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका
इस समर कैंप को सफल बनाने के लिए सभी ब्लाक के चुनिंदा परिषदीय विद्यालयों में इसे आयोजित किया जाएगा। कैंप के संचालन में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) भी सहयोग करेंगे। साथ ही, जिले में रचनात्मक गतिविधियों का संचालन शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की मदद से किया जाएगा। इन समर कैंपों में बच्चों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय विद्यालयों के शिक्षक और कर्मचारी विशेष रूप से संलग्न रहेंगे।
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