यूपी में 60 हजार पुलिसकर्मियों की एक साथ ट्रेनिंग

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर में एक नई शुरुआत की घोषणा की, जो प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस सुधार के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की एक साथ ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी, जो यूपी पुलिस की क्षमता और कार्यकुशलता को अगले स्तर तक ले जाएगा।

पुलिस सुधार की दिशा में ठोस कदम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रदेश में पुलिस सुधारों के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सात नए पुलिस कमिश्नरेट बनाए हैं, जो प्रशासनिक दक्षता और पुलिस कार्यवाही को प्रभावी बनाएंगे। इसके साथ ही, जिला स्तर पर पुलिसिंग के ढांचे को भी मजबूत किया गया है, जिससे पुलिस विभाग का कामकाज और अधिक प्रभावी हो सके। योगी सरकार के इस फैसले का उद्देश्य प्रदेश भर में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाना और लोगों को सुरक्षा का एहसास दिलाना है।

पुलिस भर्ती और प्रशिक्षण में अभूतपूर्व वृद्धि

योगी आदित्यनाथ ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2017 तक राज्य में केवल 6000 पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग संभव हो पाई थी, लेकिन अब तक 2.12 लाख से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती की जा चुकी है। इनमें से 1.56 लाख पुलिसकर्मी सेवा में हैं, जबकि 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती हाल ही में पूरी हुई है। इस नई भर्ती और प्रशिक्षण की प्रक्रिया से यूपी पुलिस का आकार और उसकी कार्यकुशलता दोगुनी हो जाएगी, जो कि राज्य की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अब 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को एक साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो एक ऐतिहासिक कदम है। यह पहल राज्य की पुलिसिंग में न केवल तकनीकी और व्यावसायिक सुधार लाएगी, बल्कि पुलिसकर्मियों के मनोबल को भी ऊंचा करेगी, जिससे वे अपने कर्तव्यों को बेहतर ढंग से निभा सकेंगे।

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