बिहार में सड़क के लिए इन गांवों से ली जाएगी जमीन

पटना: बिहार में परिवहन नेटवर्क में सुधार और गति लाने के लिए मोकामा-मुंगेर ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का निर्माण एक महत्वपूर्ण परियोजना बन कर उभरी है। यह सड़क परियोजना बिहार के तीन प्रमुख जिलों—पटना, लखीसराय और मुंगेर से होकर गुजरेगी और इसका कुल मार्ग 57.9 किलोमीटर लंबा होगा। इस सड़क के बनने से न केवल इन जिलों के बीच यात्रा का समय कम होगा, बल्कि पूरे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।

पटना में भूमि अधिग्रहण

पटना जिले में मोकामा-मुंगेर फोरलेन सड़क परियोजना के लिए विभिन्न गांवों से भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। खासतौर पर, पटना के घोसवारी क्षेत्र के तीन गांव—धनक डोभ, मोहनपुर और गोसाई—से भूमि अधिग्रहण की योजना है। इसके अलावा मोकामा क्षेत्र के औटा, मोकामा खास और कालीस्थान गांवों से भी जमीन ली जाएगी। यह भूमि अधिग्रहण सड़क निर्माण के लिए आवश्यक है ताकि परियोजना की गति बनाए रखी जा सके।

लखीसराय में भूमि अधिग्रहण

इस फोरलेन सड़क के लिए लखीसराय जिले के बड़हिया क्षेत्र में शायरबीघा, शर्मा, बीरूपुर, निजामपुर, गिरधरपुर, रुस्तमपुर, महरमचक, नथनपुर, कुठवा, आलापुर, पतनेर, नीमचक, बाभनगामा, सबिकपुर, दामोदरपुर गांव में जमीन ली जाएगी। इसके अतिरिक्त, पिपरिया और सूर्यगढ़ा के आसपास के 30 गांवों से भी भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इस भूमि का इस्तेमाल सड़क निर्माण के लिए किया जाएगा, जिससे इन गांवों के बीच यातायात की स्थिति बेहतर होगी।

मुंगेर में भूमि अधिग्रहण

मुंगेर जिले में जमालपुर और धरहरा क्षेत्र के कुल 16 गांवों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इन गांवों में गुलालपुर, ददनचक, बगनौलखा, चाननपुरा, सिराजाबाद इंग्लिश, सफीआबाद, मगरौरा, भागीचक, जानीपुर, कनकौल, चक मानसिंघ, कुशवाहा, इंदुख (इस्ट) जगतपुर, चौरडिगर और धरहरा शामिल हैं। यह भूमि अधिग्रहण सड़क परियोजना के निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है।

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