छुट्टियों का रद्द होना: क्या है कारण?
बिहार पुलिस मुख्यालय ने 10 से 18 मार्च तक राज्य के सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। यह कदम होली के दौरान राज्य में विधि व्यवस्था बनाए रखने और शांति की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। 14 और 15 मार्च को होली का पर्व है, और पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार, इस दौरान किसी भी प्रकार की छुट्टी नहीं दी जाएगी, सिवाय उन विशेष परिस्थितियों के जिनमें छुट्टी देने की आवश्यकता महसूस की जाती है।
अपर पुलिस मुख्यालय लॉ एंड ऑर्डर, संजय कुमार सिंह ने इस आदेश को लागू किया है, और यह आदेश सभी पुलिस विभागों के उच्चाधिकारियों, जैसे कि बी-सैप के महानिदेशक, सीआईडी, विशेष शाखा, आर्थिक अपराध इकाई, रेलवे पुलिस और प्रक्षेत्रों के पुलिस महानिरीक्षकों तक पहुंचाया गया है।
असामाजिक तत्वों से निपटने की तैयारी
पिछले कुछ वर्षों में होली के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने शांति भंग करने की कोशिश की है, जिससे पुलिस प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी है। इन असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने विशेष रणनीति बनाई है। पुलिसकर्मियों को पूरी तरह से तैयार रहने की हिदायत दी गई है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
बिहार में होली के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-भाड़ होती है, और इस अवसर पर शराब पीने, बुरा व्यवहार करने और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की घटनाएँ सामने आती हैं। इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त निगरानी रखने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार पुलिस का रुख: शांति बनाए रखना
पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य है कि होली का पर्व न केवल आनंदमय हो, बल्कि राज्य में शांति और सामाजिक सद्भाव बनाए रखा जाए। पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को पूरी तरह से सक्रिय और तत्पर रहना होगा।
इसके अलावा, इस बार विशेष पैट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है, और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस अधिकारियों को चौकस रहने की सलाह दी गई है, ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधि का त्वरित जवाब दिया जा सके।
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